हुंडई का कश्मीर ट्वीट विवाद क्या है? 5 प्वाइंट्स में समझें

दक्षिण कोरिया की कार निर्माता कंपनी हुंडई (Hyundai) को भारत में तीखी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है. दरअसल, पाकिस्तान में हुंडई के डीलर ने कश्मीर में अलगाववादियों का समर्थन करते हुए एक मैसेज पोस्ट किया था.

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नई दिल्ली:

दक्षिण कोरिया की कार निर्माता कंपनी हुंडई (Hyundai) को भारत में तीखी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है. दरअसल, पाकिस्तान में हुंडई के डीलर ने कश्मीर में अलगाववादियों का समर्थन करते हुए एक मैसेज पोस्ट किया था. जिसके बाद बवाल बढ़ गया. इस पोस्ट को लेकर सोशल मीडिया पर भारतीयों को काफी नाराजगी जताई. हुंडई के उत्पादों का बहिष्कार करने तक का आह्वान किया गया है.

  1. यह मामला उस समय सामने आया जब एक अनवेरिफाइड ट्विटर हैंडल- @PakistanHyundai- ने 'कश्मीर सॉलिडेरिटी दिवस' के समर्थन में एक मैसेज पोस्ट किया और इसे "स्वतंत्रता के लिए संघर्ष" बताया गया. इस ट्वीट पर तीखी प्रतिक्रिया आई और कुछ घंटों में भारत में #BoycottHyundai ट्रेंड करने लगा.
  2. 200 से ज्यादा देशों में मौजूदगी रखने वाली कार निर्माता कंपनी को अपने पार्टनर Nishat Group की ओर से किए गए ट्वीट के ट्विटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर सामने आने के बाद भारत में अपनी कार के बहिष्कार के आह्वान का सामना करना पड़ रहा है. ट्विटर यूजर्स ने 2020 में भारत-चीन सीमा विवाद के बाद चीनी सामानों के बहिष्कार के लिए भी इसी तरह आह्वान किया था.  
  3. भाजपा के विदेश नीति प्रभारी विजय चौथाइवाले ने कोरियाई कार निर्माता से "भारत विरोधी बयानबाजी पर कंपनी का वैश्विक रुख" रखने के लिए कहा है.
  4. विवाद उठने के बाद हुंडई इंडिया ने भारत को हुंडई ब्रांड के लिए दूसरा घर बताते हुए अपनी सफाई में कहा, "असंवेदनशील संचार के प्रति हमारी जीरो टॉलरेंस की नीति है और हम इस तरह के किसी भी विचार की कड़ी निंदा करते हैं." कंपनी ने कहा, "हुंडई मोटर इंडिया को जोड़ने वाली अवांछित सोशल मीडिया पोस्ट इस महान देश के प्रति हमारी अद्वितीय प्रतिबद्धता और सेवा को ठेस पहुंचा रही है." कंपनी ने बयान में कहा, "हुंडई मोटर इंडिया 25 से अधिक वर्षों से भारतीय बाजार के लिए प्रतिबद्ध है और हम राष्ट्रवाद का सम्मान करने के अपने मजबूत लोकाचार के लिए दृढ़ता से खड़े हैं." 
  5. स्पष्टीकरण पर शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कंपनी से कहा कि वह बहकाने वाली चिकनी चुपड़ी बातें न करें और सीधी तथा साफ शब्दों में इसके लिए माफी मांगे यानी खेद जताए." 

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