इस साल जनवरी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) की लक्षद्वीप (Lakshadweep) यात्रा के प्रभाव के रूप में, पर्यटन अधिकारी इम्तियास मोहम्मद टी बी ने द्वी क्षेत्र पर घूमने के लिए लिए पूछताछ में वृद्धि की पुष्टि की है. जब पीएम मोदी के लक्षद्वीप दौरे के बारे में पूछा गया तो इम्तियास ने कहा, "इसका बहुत गहरा प्रभाव पड़ा है, हमारे पास बहुत सारे लोगों के फोन आ रहे हैं, जो लक्षद्वीप घूमना चाहते हैं."
उन्होंने यह भी बताया कि देश के लोगों से साथ-साथ विदेशों से भी लोग लक्षद्वीप घूमने के लिए पूछताछ कर रहे हैं. पर्यटन विभाग की भविष्य की पहल के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, "लक्षद्वीप अधिक क्रूज जहाज कंपनियों को बढ़ावा देना चाहता है". मुख्य भूमि भारत के साथ कनेक्टिविटी के मुद्दे के बारे में, क्योंकि लक्षद्वीप में कुछ एयरलाइंस संचालित होती हैं, उन्हें उम्मीद है कि जब हवाई कनेक्टिविटी सुव्यवस्थित हो जाएगी, तो इससे पर्यटकों की आमद को बढ़ावा मिलेगा.
इसी बीच मुंबई के एक टूरिस्ट अमन सिंह ने कहा, "हम कब से लक्षद्वीप जाना चाहते थे लेकिन इस द्वीप से कई मिथक जुड़े हुए हैं लेकिन अब पीएम मोदी के लक्षद्वीप दौरे के बाद यहां जा पाना मुमकिन लगने लगा है." दिल्ली के अन्य ट्रेवल सुमित आनंद ने कहा उनकी हमेशा से लक्षद्वीप आने की इच्छा थी लेकिन पीएम मोदी की तस्वीरें और वीडियो देखने के बाद ही उन्होंने इस द्वीपसमूह पर आने का मन बनाया.
इससे पहले 4 जनवरी को, विदेश मंत्री (ईएएम) एस जयशंकर ने कहा था कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की लक्षद्वीप यात्रा ने द्वीपसमूह और इसकी विशाल पर्यटन क्षमता पर वैश्विक ध्यान आकर्षित किया है. एस जयशंकर ने अपने ट्विटर पर एक आधिकारिक पोस्ट में कहा, "लक्षद्वीप का दौरा करके, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पर्यटन की अपार संभावनाओं पर ध्यान केंद्रित किया है. यह हम सभी के लिए एक बड़ी प्रेरणा है. अधिक पर्यटक लक्षद्वीप की समृद्धि में योगदान देंगे. वे इसकी अनूठी संस्कृति और परंपराओं का भी अनुभव करेंगे."
पीएम मोदी ने केंद्र शासित प्रदेश लक्षद्वीप का दौरा किया और स्नॉर्कलिंग में हाथ आजमाने के बाद एक 'रोमांचक अनुभव' सहित कई तस्वीरें साझा कीं. एक्स पर पोस्ट की एक श्रृंखला में, पीएम मोदी ने सफेद समुद्र तटों और प्राचीन नीले आसमान और समुद्र की तस्वीरें साझा कीं, और उन्हें एक संदेश के साथ टैग किया, जिसमें लिखा था, "उन लोगों के लिए जो एडवेंचर पसंद करते हैं, उन्हें अपनी लिस्ट में लक्षद्वीप का नाम जरूर शामिल करना चाहिए."
लक्षद्वीप निर्वाचन क्षेत्र, जो अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है में 19 अप्रैल को एक ही चरण में मतदान होगा. 543 लोकसभा सीटों के लिए आम चुनाव सात चरणों में होंगे, पहला चरण 19 अप्रैल को होगा. वोटों की गिनती 4 जून को होनी है.