कोविड नेशनल टास्क फोर्स की बैठक अप्रैल से अब तक नहीं हुई है. इसके कई सदस्य रिटायर हो चुके हैं. 2020 में टास्क फोर्स की मीटिंग 108 बार हुई. 2021 में 44 बार और इस साल महज 7 बार. पिछले 7 महीनों से टास्क फोर्स की एक भी बैठक नहीं हुई है. टास्क फोर्स का गठन मार्च 2020 में किया गया था.
24 सदस्य वाले इस टास्क फोर्स के एक चौथाई मेंबर या रिटायर हो गए या फिर उस पद पर अब नहीं हैं. आईसीएमआर चीफ बलराम भार्गव अब उस पद पर नहीं हैं. आईसीएमआर epidemiology समीरन पांडा रिटायर हो चुके हैं. इसके सदस्य रणदीप गुलेरिया एम्स से निदेशक से निजी अस्पताल ज्वाइन कर चुके हैं. एनसीडीसी के पूर्व निदेशक डॉ. सुजीत सिंह रिटायर होकर एनसीडीसी में कंसल्टेंट के तौर पर हैं. कोरोना के लिए गठित नेशनल टास्क फोर्स की मुख्य तौर पर जिम्मेदारी महामारी को लेकर नीतियां बनाने की है.
कोरोनावायरस ने एक बार फिर सबकी टेंशन बढ़ा रखी है. चीन से आ रही तस्वीरें और डराने वाली हैं. चीन में कोहराम मचाने वाले कोरोना के BF.7 वेरिएंट के चार मामले भारत में भी सामने आए हैं. जुलाई में इस वेरिएंट का एक, सितंबर में दो और नवंबर में एक केस मिला था. ये मामले गुजरात और ओडिशा में मिले थे. हालांकि, इस वेरिएंट से संक्रमित मरीज होम आइसोलेशन में ठीक हो गए थे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी आज देश में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा करेंगे. पीएम मोदी ने एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाई है. मगर सवाल यह है कि आखिर कोविड नेशनल टास्क फोर्स की बैठक अप्रैल से अब तक क्यूं नहीं हुई थी?
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