Turkey Earthquake : सदमे में तुर्की में भूकंप के बाद बेघर हुए बच्‍चे, नहीं भूल पा रहे वो खौफनाक मंजर...!

Turkey-Syria Earthquake प्राकृतिक आपदा से बचे लोगों ने जो अनुभव किया है, वह बहुत भयावह है. कुछ लोगों को ठंड और अंधेरे में घंटों के बाद मलबे से निकाला गया है. अब वह अपने परिवार सदस्‍यों को तलाश रहे हैं. कुछ के परिवार के सदस्‍य अब इस दुनिया में नहीं हैं.

विज्ञापन
Read Time: 24 mins
Syria Earthquake : तुर्की और सीरिया में आए भूकंप में मरनेवालों की संख्‍या 41,000 से अधिक हो गई
तुर्की:

पिछले हफ्ते तुर्की और सीरिया में आए भीषण भूकंप से बेघर हुए तुर्की के बच्चे अभी तक उस भयावह अहसास से बाहर नहीं आ पाए हैं. वे प्राकृतिक आपदा से निपटने के बारे में सीख रहे हैं. वह बिल्डिंग ब्‍लॉक्‍स के साथ खेलकर भूकंप के बारे में जान रहे हैं. इस बीच आफ्टरशॉक्स को लेकर भी उनकी चिंता बढ़ रही है. शिक्षक बुसरा सिवेलेक जो एक अस्थायी कक्षा में 22 बच्चों की देखभाल कर रही है, जिसे इस्केंडरन के बंदरगाह में एक क्लिनिक और आश्रय में बदल दिया गया है, उन्‍होंने बताया, "वे (बच्‍चे) भूकंप के बारे में बात करते हैं. वे ब्लॉक बनाते हैं और कहते हैं...', क्या यह भूकंप के लिए ठीक है?' और 'क्या यह स्थिर है?' वे टॉय फायर इंजन के साथ भी खेलते हैं. वे कहते हैं ...' हमें भूकंप (जोन) में जल्दी जाना है."

तुर्की और सीरिया में आए भूकंप में मरनेवालों की संख्‍या 41,000 से अधिक हो गई है और बेघर व बुनियादी सुविधाओं के बिना लाखों लोगों को मानवीय सहायता की आवश्यकता है. मनोचिकित्सक हसीबे एब्रू बताते हैं कि हजारों लोग अपनी स्थिति को देखकर रो रहे हैं. कई ऐसे लोग हैं, जिन्‍हें नींद ही नहीं आ रही है. उन्होंने कहा, "मैं (भूकंप से बचे) कह रही हूं कि वे जो अनुभव कर रहे हैं, वो सामान्य है और सुरक्षित वातावरण में ये लक्षण धीरे-धीरे कम हो जाएंगे." 

मनोचिकित्सक ने बताया, "यह वास्तव में उन्हें शांत करता है. वे राहत महसूस करते हैं, जब उन्हें पता चलता है कि वे पागल नहीं हो रहे हैं. वे वास्तव में समझदार हैं और यह कुछ ऐसा है जिसे कोई भी सामान्य व्यक्ति अनुभव करेगा. हम दिन भर उन पर नज़र रख रहे हैं." उन्‍होंने कहा कि दीर्घकालिक मानसिक स्वास्थ्य प्रभावों को केवल समय के साथ ही समझा जा सकता है, क्योंकि लोग अलग-अलग तरीकों से आघात की प्रक्रिया को अनुभव करते हैं.

Advertisement

प्राकृतिक आपदा से बचे लोगों ने जो अनुभव किया है, वह बहुत भयावह है. कुछ लोगों को ठंड और अंधेरे में घंटों के बाद मलबे से निकाला गया है. अब वह अपने परिवार सदस्‍यों को तलाश रहे हैं. कुछ के परिवार के सदस्‍य अब इस दुनिया में नहीं हैं. हजारों लोगों के घर कंक्रीट के ढेर में सिमट गए हैं. ऐसे में भूकंप के बाद पोस्ट-ट्रॉमेटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर और पैनिक अटैक से पीड़ित मरीजों की संख्‍या बढ़ती जा रही है. डॉक्टरों ने बताया कि वे हजारों ऐसे लोगों का इलाज कर रहे हैं

Advertisement

इसे भी पढ़ें: सीरिया : इस महिला ने भूकंप से पहले ही कर ली थी ये तैयारी, जान बची तो लोग बोले- 'चमत्कार'

Advertisement

इसे भी पढ़ें: हेते में 128 घंटे बाद रेस्क्यू हुए 2 महीने के बच्चे के लिए अस्पताल ही बना परिवार

Advertisement
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
Featured Video Of The Day
Manmohan Singh Death Update: पूर्व PM मनमोहन सिंह के निधन पर देश में 7 दिन का राष्ट्रीय शोक