489 सीटें, 4 महीने का वोटिंग प्रोसेस और हाथ से वोटों की गिनती... जानें कैसे हुआ था देश का पहला लोकसभा चुनाव?

भारत का पहला आम चुनाव साल 1951-52 में हुआ था. 489 सीटें लोकसभा सीटों पर वोटिंग 25 अक्टूबर 1951 को शुरू होकर 21 फरवरी 1952 तक चली थी. पहले आम चुनाव में करीब 10 लाख रुपये का खर्च आया था.

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पहले लोकसभा चुनाव में वोटों की गिनती हाथ से की गई थी.
नई दिल्ली:

देश में लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2024) सात फेज में कराया जा चुका है. कुछ घंटों में चुनाव के नतीजे आएंगे. मंगलवार को वोटों की गिनती होगी और रिजल्ट सामने आने लगेंगे. 18वीं लोकसभा के लिए 19 अप्रैल, 26 अप्रैल, 7 मई, 13 मई, 20 मई, 25 मई और 1 जून को 7 फेज में मतदान हुए. 28 राज्य और 8 केंद्र शासित प्रदेशों की 542 सीट पर लगभग 65.14% वोटिंग हुई. देश में पहला आम चुनाव 1952 में हुआ था. ये सबसे लंबे समय तक चलने वाला चुनाव था, जो 4 महीने तक चला. आइए जानते हैं, देश में पहली बार कैसे हुए थे लोकसभा चुनाव? क्या था प्रक्रिया और किस तरह से की गई थी वोटों की गिनती:-

लंबे संघर्ष के बाद 1947 में भारत को अंग्रेजों की गुलामी से आजादी मिली. लोकसभा की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक, आजादी के 2 साल के अंदर चुनाव आयोग की स्थापना हो गई थी. मार्च 1950 में सुकुमार सेन को पहला मुख्य चुनाव आयुक्त यानी CEC नियुक्त किया गया था. देश में पहला आम चुनाव यानी लोकसभा चुनाव 1951-52 में हुआ. उस समय लोगों को वोटिंग कैसे करते हैं, इसकी जानकारी नहीं थी. इसके लिए वोटिंग के वीडियो बनाकर लोगों को दिखाए गए थे, ताकि लोगों को मतदान के बारे में समझाया जा सके.

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पहले लोकसभा के चुनावों में कितनी थी सीटें?
उस समय 489 सीटें लोकसभा की थीं, लेकिन संसदीय क्षेत्रों की संख्या 401 थी. 314 संसदीय सीटें ऐसी थीं, जहां सिर्फ एक-एक प्रतिनिधि चुने जाने थे. जबकि, 86 संसदीय सीटें ऐसी थीं, जिनमें 2-2 लोगों को सांसद चुना जाना था. किसी संसदीय क्षेत्र में एक से अधिक सदस्य चुनने की यह व्यवस्था 1957 तक जारी रही. बाद में इसे खत्म कर दिया गया.

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कब से कब तक चली थी वोटिंग?
वोटिंग 25 अक्टूबर 1951 को शुरू हुई थी. यह 21 फरवरी 1952 तक चली. रिपोर्ट्स के मुताबिक, पहले आम चुनाव में करीब 10 लाख रुपये का खर्च आया था. देश के पहले लोकसभा चुनाव में करीब 17 करोड़ लोगों ने भाग लिया था. इनमें 85%  मतदाता पढ़े-लिखे नहीं थे. वोटिंग बैलट पेपर से कराई गई थी.

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कैसे हुई वोटों की गिनती?
सोशल मीडिया पर देश के पहले लोकसभा चुनाव की काउंटिंग का एक फोटो वायरल हो रहा है. इसमें फॉर्मल सूट पहने कुछ अधिकारियों को एक बड़ी सी गोल मेज पर बैठे देखा जा सकता है. टेबल पर बैलट बॉक्स रखे हैं. पहले लोकसभा चुनाव में वोटों की गिनती हाथ से की गई थी.

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कब अस्तित्व में आई पहली लोकसभा?
पहली लोकसभा 17 अप्रैल 1952 को अस्तित्व में आई थी. इसकी पहली बैठक 13 मई, 1952 को आयोजित की गई थी.

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कौन थे पहले लोकसभा स्पीकर और डिप्टी स्पीकर?
गणेश वासुदेव मावलंकर देश की पहली लोकसभा के अध्यक्ष थे. वो 15 मई 1952 से 27 फरवरी 1956 तक इस पद पर रहे. पहली लोकसभा के उपाध्यक्ष एम अनंतशयनम अय्यंगर थे. उनका कार्यकाल 30 मई 1952 से 7 मार्च 1956 तक था.

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