- बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए को प्रचंड बहुमत की तरफ है और महागठबंधन का स्थिति बेहद ही खराब है.
- बीजेपी के स्टार प्रचारक योगी आदित्यनाथ ने भी कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में पार्टी के लिए सक्रिय प्रचार किया है.
- योगी के प्रचार वाले 136 सीटों में से बीजेपी 65 सीटों पर, जेडीयू 41 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है.
बिहार विधानसभा की तस्वीर अब कुछ हद तक साफ हो चुकी है. जो रूझान आ रहे हैं उससे अब तय हो चुका है कि बीजेपी और जेडीयू को मिले वोट्स के साथ राज्य में एनडीए प्रचंड बहुमत के साथ एक बार फिर सत्ता में वापसी कर रही है. एनडीए 200 से ज्यादा सीटों से धमाकेदार आगाज कर रही है जबकि महागठबंधन 28 सीटों पर सिमटता हुआ नजर आ रहा है.
बीजेपी के कई नेताओं ने इस बार चुनाव प्रचार में अपनी पूरी ताकत झोंक दी थी.पार्टी के स्टार कैंपेनर्स में एक चेहरा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी रहे. अब जबकि बीजेपी राज्य में इस बार जीत के नए रिकॉर्ड बना रही है तो यह जानना अहम हो जाता है कि आखिर उन जगहों पर नतीजे कैसे रहे हैं जहां पर योगी आदित्यनाथ ने पार्टी के लिए प्रचार किया था.
योगी, बीजेपी के सबसे बड़े खिलाड़ी
योगी आदित्यनाथ ने बीजेपी के लिए जिन सीटों पर प्रचार किया उनमें गया, बेतिया, पूर्वी और पश्चिमी चंपारण, सीतामढ़ी, दानापुर, पटना, सहरसा, रघुनाथपुर, सिवान, शाहपुर, बक्सर, लालगंज, अगियाव, केवाटी, छपरा, नागर, मुजफ्फरपुर, गरखा, दिघा, पटना, दरभंगा, मोहिबुद्दीन नगर, लखीसराय, बख्तियारपुर और गोपालगंज अहम थे. ये वो सीटें हैं जो जहां पर बीजेपी ने महत्वपूर्ण बढ़त बनाकर रखी हुई है. ये कुल 136 सीटें हैं यानी विधानसभा का एक बड़ा हिस्सा इन सीटों से आता है.
कितनी सीटें किसके पास
यहां पर एनडीए ने बढ़त कायम रखी हुई है. कुल 136 सीटों में से बीजेपी 65 सीटों पर, जेडीयू 41, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) 8, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर) 3, राष्ट्रीय लोकमोर्चा 1 सीट पर आगे बढ़ रही है यानी करीब 80 फीसदी सीटें बीजेपी के खाते में जाती हुई दिख रही हैं. वहीं योगी की मौजूदगी का खामियाजा महागठबंधन को भी चुकाना पड़ा है. यहां पर राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) 16, ओवैसी की AIMIM 1 और 1 सीट पर कम्युनिस्ट पार्टी आगे है.














