केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पूर्व मुख्यमंत्री और तेलगु देशम पार्टी के अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू से हैदराबाद में मुलाकात कर सकते हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार अमित शाह और चंद्रबाबू नायडू की ये मुलाकात रामोजी फिल्म सिटी में हो सकती है. दोनों नेताओं के बीच होने वाली मुलाकात ने राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव से ठीक पहले एक नए गठबंधन की संभावनाओं को हवा जरूर दिया है. चंद्रबाबू नायडू ने वर्ष 2018 में एनडीए गठबंधन से खुदको अलग कर लिया था.
उस दौरान चंद्रबाबू नायडू ने केंद्र सरकार पर आंध्र प्रदेश को मिलने वाले बजट में अनदेखा करने का आरोप लगाया था, और कहा था कि मैं राज्य की जनता के लिए एनडीए गठबंधन से अलग हो रहा हूं. हालांकि, बाद में चंद्रबाबू नायडू ने पीएम मोदी पर आरोप लगाते हुए कहा था कि आज आंध्र प्रदेश के पिछड़े होने की वजह सिर्फ पीएम मोदी है. बताते चलें कि टीडीपी पहले भी लंबे समय तक एनडीए गठबंधन का हिस्सा रही है. अटल बिहार वाजपेयी की सरकार को भी टीडीपी ने समर्थन दिया था. लेकिन बीजेपी और टीडीपी के रिश्ते बनते बिगड़ते रहे हैं.
बताते चलें कि पिछले साल चंद्रबाबू नायडू ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि 'मुख्यमंत्री बनने के बाद ही सदन में लौटूंगा.' नायडू पत्रकारों के सामने फूट-फूटकर रोने लगे थे. उस दौरान उन्होंने कहा था कि 'पिछले ढाई साल से मैं अपमान सह रहा हूं लेकिन शांत रहा. आज उन्होंने (जगनमोहन रेड्डी सरकार) ने मेरी पत्नी को भी निशाना बनाया है, मैं हमेशा सम्मान के लिए और सम्मान के साथ रहा हूं. मैं इसे और नहीं सह सकता.'
इधर 2024 में लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी को एक मजबूत सहयोगी की तलाश है. बिहार में जदयू के साथ गठबंधन टूटने के बाद पार्टी नए विकल्पों पर ध्यान दे रही है.