देश को आज़ाद कराने में महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) के योगदान को कोई नहीं भुला सकता, लेकिन उनके ही देश में अब भी उनकी हत्या करने वाले नाथूराम गोडसे (Nathuram Godse) के समर्थक मौजूद हैं. अब उन्होंने गोडसे की ज्ञानशाला (Godse Study Centre) भी शुरू कर दी है. हिन्दू महासभा (Hindu Mahasabha) के अनुसार वह इसमें देश के लिए शहीद हुए देशभक्तों का इतिहास तो बताएगी ही, उनके बताए मार्ग पर चलने का संकल्प भी दिलाएगी. इसके लिए ग्वालियर के दौलतगंज स्थित हिंदू महासभा के कार्यालय में गोडसे कार्यशाला शुरू की गई है. जहां पहले दिन हिंदू महासभा के पदाधिकारियों नें गोडसे सहित वीर सावरकर, रानी लक्ष्मीबाई, और संघ से जुड़े अन्य पदाधिकारियों की तस्वीर की पूजा अर्चना की और उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए.
गौरतलब है कि कहा जाता है कि महात्मा गांधी की हत्या की तैयारी ग्वालियर में ही हुई थी और हत्या में प्रयुक्त पिस्टल तत्कालीन सिंधिया स्टेट के चिन्ह वाली थी.
हिन्दू महासभा यहां अभी भी हर साल गोडसे का बलिदान दिवस और जन्मदिवस मनाती है. कुछ वर्ष पहले उसने कार्यालय में गोडसे की प्रतिमा भी स्थापित कर ली थी लेकिन विवाद होने पर पुलिस ने उसे जब्त कर लिया था. अब उन्होंने गोडसे ज्ञानशाला ही शुरू कर दी.