सुप्रीम कोर्ट ने हिंडनबर्ग रिपोर्ट मामले में अपना फैसला सुनाया है. कोर्ट ने सुनवाई के दौरान कहा है कि SEBI ने जो जांच की है वो सही है. कोर्ट ने इस मामले में SIT जांच से भी इनकार किया है. BJP के नेता नलिन कोहली ने सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले पर NDTV से खास बातचीत की. उन्होंने इस दौरान कहा कि इस केस के कई पहलू हैं. पहली बात है कि सुप्रीम कोर्ट के सामने कई ऐसे लोग हैं जो हमेशा जाते हैं जो हमेशा शंका उठाते हैं. विदेश में कोई एक रिपोर्ट छपती है. देश में SEBI है जिसकी वो जांच करती है. SEBI भी एक संवैधानिक संस्था है.
उन्होंने आगे कहा कि अब किसी एक शख्स ने कहा कि मुझे SEBI की जांच पर शंका है तो आप जांच किसी और को दे दीजिए. ये कैसे हो सकता है? सुप्रीम कोर्ट ने इसी बात को रखा है कि जब SEBI इस मामले की जांच कर रही है तो किसी और को जांच देने का सवाल ही कहां से उठता है. हिंडनबर्ग एक प्राइवेट संस्था है. ऐसे में इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने जो कहा है वह बेहद महत्वपूर्ण है.
"किसी के आधार पर एजेंडा कैसे चलाया जा सकता है"
NDTV से बातचीत में नलिन कोहली ने आगे कहा कि अब ऐसे में सवाल ये उठता है कि विदेश में किसी की सोच के आधार पर और देश में किसी की राजनीतिक इच्छाओं के कारण क्या एजेंडा चलाए जाएंगे? ये भी देखना बेहद जरूरी है कि क्या इस मामले में हिंडनबर्ग ने किसी कानून का उल्लंघन तो नहीं किया है. हिंडनबर्ग कोई ऐसी संस्था नहीं है. उसका कनेक्शन भी विदेश में किसी एक व्यक्ति के साथ है जो पैसे कमाते हैं.
नलिन ने कहा कि आप कोई ऐसी रिपोर्ट लाते हैं जिससे पूरे देश में शेयर बाजार हिल जाता है. करोड़ों लोगों की जो पूंजी लगी हुई है वो हिल जाती है. उस पीरियर्ड में आपको जो फायदा मिलता है या आप किसी और को फायदा पहुंचाने वाले हैं. क्या इस बात की जांच नहीं होनी चाहिए ?
हमें अपने देशवासियों की चिंताएं हैं. और यही नरेंद्र मोदी जी की सरकार हमेशा करते आई है. विदेश में बैठकर कोई अपने फायदे के लिए इस प्रकार की जांच करें. तो ऐसे में सवाल पूछा जाना चाहिए कि कौन है ये जांच करने वाला. क्या वो कोई सरकार की एजेंसी है या कोई और मैकेनेजिम है. कैसे हमे उसपर भरोसा होना चाहिए.
(Disclaimer: New Delhi Television is a subsidiary of AMG Media Networks Limited, an Adani Group Company.)