- हिमाचल प्रदेश के सुंदरनगर के जंगमबाग में पहाड़ दरकने से मलबे में दबकर पांच लोगों की मौत हो गई है.
- मलबे में दबे पांच लोगों में एक मां और उसकी तीन से चार साल की बेटी शामिल थी.
- हादसे में दो घर मलबे की चपेट में आ गए, जिनमें कुल छह लोग फंसे हुए हैं और रेस्क्यू जारी है.
हिमाचल प्रदेश के लोग इन दिनों प्राकृति की मार झेल रहे हैं. बारिश-बाढ़ और लैंडस्लाइड (Himcahal Landslide) से बुरा हाल है. इन घटनाओं में लोगों की जानें भी जा रही हैं. ताजा मामला सुंदरनगर के जंगमबाग में पहाड़ दरकने का है. यहां मलबे के नीचे दबकर 5 लोगों की मौत हो गई है. मरने वालों में मां और बेटी समेत एक बुजुर्ग महिला शामिल है. मंगलवार शाम को पहाड़ दरकने से दो घर भी मलबे की चपेट में आ गए. सूचना मिलते ही प्रशासनिक अधिकारी तुरंग मौके पर पहुंचे. टीम का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है.
ये भी पढ़ें-मां हिडिंबा रक्षा करो...आपदाओं से हिला हिमाचल, मनाली के प्राचीन मंदिर में दिन-रात बस यही गुहार
वहीं किन्नौर जिले के वांगटू में नेशनल हाईवे-5 पर भी हादसा हो गया. वांगटू में ब्लॉक पॉइंट पर रुकी हुई गाड़ियों पर अचानक बड़े पत्थर गिर गए, जिसकी वजह से भारी नुकसान हुआ है. सभी गाड़ी मालिकों को सूचित किया गया है कि ऐसी स्थिति में सुरक्षित स्थान चिन्हित करके अपनी गाड़ियां वहीं खड़ी करें और किसी भी जोखिम से बचें.
मलबे में दबे लोगों का रेस्क्यू जारी
सुंदरनगर में पुलिस और NDR-SDRF के जवान रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे हुए हैं. मंडी डीसी अपूर्व देवगन की देखरेख में यह ऑपरेशन चलाया जा रहा है. सुंदरनगर के जंगमबाग में मंगलवार देर शाम को मलबे से 28 साल की भारती और तीन से चार साल की बच्ची कीरत को बाहर निकाला गया. दोनों को उपचार से लिए संदुरनगर अस्तपताल भेजा गया, जहां डॉक्टर ने दोनों को मृत घोषित कर दिया.अस्पताल के एसएमओ चमन सिंह ने बताया कि महिला और बच्ची को जब अस्पताल पहुंचाया गया तब तक उनकी मौत हो चुकी थी.
बुधवार सुबह तक 5 लोग की मौत
बता दें कि घरों में कुल 6 लोग मलबे में फंसे हैं. इनमें मृतक महिला का पति सोनू सिंह और उसकी सास अभी तक मलबे में फंसे हैं. दोनों को मलबे से बाहर निकालने की कोशिश लगातार जारी है. इसी बीच मलबे की जद में आए दूसरे घर की एक महिला के भी फंसे होने की जानकारी सामने आई है. घटना की जानकारी मिलते ही डीसी मंडी अपूर्व देवगन, एसडीएम सुंदरनगर अमर नेगी, तहसीलदार अंकित शर्मा मौके पर पहुंचे. चार से पांच जेसीबी मशीनरी समेत स्थानीय लोग भी राहत और बचाव कार्यों में सहयोग दे रहे हैं. बुधवार सुबह तक 5 लोग की मौत की पुष्टि हो चुकी हैं.