हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) कांग्रेस में जारी विवाद खत्म होता दिख रहा है. कांग्रेस नेता विक्रमादित्य सिंह ने अपना इस्तीफा वापस ले लिया है. मंगलवार को राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार की हार के बाद अटकलों का बाजार गर्म था. इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री रहे वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह (Vikramaditya Singh) ने बुधवार की सुबह मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. जिसके बाद ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की सरकर गिर जाएगी. हालांकि पार्टी की तरफ से डैमेज कंट्रोल के प्रयास के बाद बुधवार की शाम विक्रमादित्य सिंह ने अपना इस्तीफा वापस ले लिया.
राज्यसभा चुनाव में 6 विधायकों ने किया था क्रॉस वोटिंग
राज्यसभा चुनाव के बाद हिमाचल प्रदेश में सियासी हलचल बढ़ गई थी. मंगलवार (27 फरवरी) को एक राज्यसभा सीट के लिए वोटिंग हुई. इस दौरान सत्ताधारी कांग्रेस के 6 विधायकों ने पार्टी लाइन से हटकर बीजेपी उम्मीदवार हर्ष महाजन के लिए क्रॉस वोटिंग की. 3 निर्दलीय विधायक पहले कांग्रेस को सपोर्ट देने की बात कर रहे थे, लेकिन वोटिंग के दौरान उन्होंने बीजेपी का साथ दिया. ऐसे में कांग्रेस के अभिषेक मनु सिंघवी हार गए. बीजेपी के हर्ष महाजन जीत गए. क्रॉस वोटिंग के बाद भी दोनों को 34-34 वोट मिले थे. जिसके बाद टॉस से विजेता का फैसला हुआ था.
बीजेपी सांसद ने कांग्रेस के 16 विधायकों के संपर्क में होने का किया दावा
बुधवार की शाम एनडीटीवी से बात करते हुए बीजेपी के राज्यसभा सांसद हर्ष महाजन ने क्रॉस वोटिंग करने वाले 6 विधायकों के अलावा 10 और कांग्रेसी विधायकों के संपर्क में होने का दावा किया था. उन्होंने कहा था कि कांग्रेस के विधायक खुद ही तैयार है हमारे साथ आने के लिए यह ऑपरेशन लॉटस नहीं है.
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