हिमाचल प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (एचपीपीसीएल) के चीफ इंजीनियर विमल नेगी का शव मंगलवार को बिलासपुर जिले में बरामद किया गया. वह 10 मार्च से लापता थे.. नेगी मामले में विपक्ष ने अब सीबीआई जांच की मांग की है. हिमाचल विधानसभा में नेता विपक्ष जयराम ठाकुर ने आरोप लगाया कि हिमाचल पॉवर कारपरेशन में पिछले 1 से डेढ़ साल से काफी गंभीर मामले चल रहे है, उसके चलते अधिकारियों की प्रताड़ना व दुर्व्यवहार हो रहा है. उसका नतीजा हैं कि नेगी के साथ ऐसा ही हुआ. अब उनकी हत्या हुई या फिर उन्होंने आत्महत्या की ये जांच का विषय हैं. उन्होंने कहा कि इस मामले में सरकार भी गंभीर नहीं है. इसलिए मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए.
बता दें स्थानीय लोगों ने बताया कि सोमवार शाम को कुछ मछुआरों ने भाखड़ा बांध शाहतलाई में धनीपाखर के पास पानी में शव देखा और अगले दिन पुलिस को सूचना दी. उन्होंने बताया कि मृतक की जेब से एक पहचान पत्र बरामद हुआ, जिससे अभियंता के रूप में शव की पहचान की गई. इससे पहले दिन में हिमाचल प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष ने सदन में मुख्य अभियंता के लापता होने का मुद्दा उठाया था.
परिवार ने की जांच की मांग
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह ने कहा था कि नेगी के परिवार ने उनसे मुलाकात की थी और उन्होंने पुलिस महानिदेशक को मामले की विस्तृत जांच शुरू करने को कहा था. बागवानी एवं राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने सोमवार को मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की थी. नेगी के परिवार ने दावा किया था कि वह तनाव से जूझ रहे थे और कार्यस्थल पर दबाव और प्रतिकूल माहौल का भी सामना कर रहे थे. उन्होंने यह भी कहा था कि नेगी को आखिरी बार बिलासपुर जिले में देखा गया था, जहां से वह 10 मार्च को लापता हो गए थे. उनकी पत्नी ने मामले की जांच का आग्रह किया था.