जोशीमठ के मामले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रधान सचिव डॉ. पीके मिश्रा आज प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) में कैबिनेट सचिव और भारत सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सदस्यों के साथ एक उच्च स्तरीय समीक्षा करेंगे. इस समीक्षा बैठक में जोशीमठ के जिला पदाधिकारी भी वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से उपस्थित रहेंगे. उत्तराखंड के वरिष्ठ अधिकारियों को भी वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से समीक्षा में शामिल होने को कहा गया है.
जोशीमठ में धंस रही जमीन
आपको बता दें कि उत्तराखंड के धार्मिक पर्यटन नगर जोशीमठ में जमीन धंस रही है और इससे घरों में दरारें आती जा रही हैं. जोशीमठ में घर ढह रहे हैं और लोगों के सामने इस प्राकृतिक आपदा के कारण आसरा छिन जाने का संकट है. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी शनिवार को राज्य के चमोली जिले के धंसते कस्बे जोशीमठ का दौरा करने पहुंचे थे. प्रभावित परिवारों से मुलाकात के दौरान सीएम भावुक हो गए. सीएम धामी ने बुजुर्गों से लेकर बच्चों तक हर उम्र के लोगों से मुलाकात की और उनकी समस्याओं को जाना. उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश सभी को सुरक्षित बचाने की है. जरूरी इंतजाम के लिए तैयारियां की जा रही हैं.
इसरो से भी हो रही बात
मुख्यमंत्री ने बताया कि आईआईटी रुड़की जैसे प्रमुख संस्थान और अन्य संस्थान इसके कारणों का पता लगाने के लिए इसरो के साथ बातचीत कर रहे हैं. भूवैज्ञानिक काम कर रहे हैं. गुवाहाटी संस्थान के अलावा, आईआईटी रुड़की भी इसरो के साथ बातचीत कर रहा है. चमोली जिला प्रशासन के शुक्रवार को जारी बयान के अनुसार कुल 561 प्रतिष्ठानों में से रविग्राम वार्ड में 153, गांधीनगर वार्ड में 127, मारवाड़ी वार्ड में 28, लोअर बाजार वार्ड में 24, सिंहधर वार्ड में 52, मनोहर में 71 प्रतिष्ठान हैं. बाग वार्ड, अपर बाजार वार्ड में 29, सुनील वार्ड में 27 और परसारी में 50 में दरारें आने की सूचना है.
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