केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत (Gajendra Singh Shekhawat) ने भारत के केंद्रीय बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन (Raghuram Rajan) पर कटाक्ष किया, जो हाल ही में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो यात्रा' (Rahul Gandhi's ‘Bharat Jodo Yatra)में शामिल हुए थे. गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा,"भारत की अर्थव्यवस्था के बारे में उनके विचार भी अगले तीन से चार वर्षों में बदल जाएंगे.” उन्होंने कहा कि रघुराम राजन ने 'मुद्रा योजना' के री-पेमेंट में चूक की भविष्यवाणी की थी. उन्होंने कहा था कि ये एनपीए (नॉन परफॉर्मिंग एसेट) हो जाएगा. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. बदा दें कि 'मुद्रा योजना' के तहत छोटे व्यापारियों को 10 लाख रुपये तक का लोन मिलता है.
एनडीटीवी से खास बातचीत में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन की भारतीय अर्थव्यवस्था पर हालिया टिप्पणी पर कहा कि राजन ने क्या कहा, यह उनकी राय है, लेकिन दुनिया भर की संस्थाएं कह रही हैं कि भारत की ग्रोथ सात से आठ प्रतिशत रहेगी.
रघुराम राजन 2013 से 2016 तक भारतीय रिज़र्व बैंक के गवर्नर रहे. कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूपीए सरकार में और 2014 में नरेंद्र मोदी के पहली बार सत्ता में आने पर बीजेपी एक अर्थशास्त्री के रूप में उनकी "तटस्थता" पर सवाल उठाती रही है.
रघुराम राजन अर्थव्यवस्था पर जताई थी चिंता
रघुराम राजन ने राहुल गांधी से बातचीत में कहा था कि भारत का निर्यात थोड़ा धीमा हो रहा है. भारत की मुद्रास्फीति की समस्या भी विकास के लिए नकारात्मक होने जा रही है. महामारी समस्या का हिस्सा थी और महामारी से पहले अर्थव्यवस्था धीमी हो रही थी. हमने वास्तव में ऐसे सुधार नहीं किए हैं, जो विकास उत्पन्न करेंगे.
10.79% की निर्यात में बढ़ोतरी हुई
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था ने प्रगति की है. भारत एक मज़बूत शक्ति के रूप में उभरा है. नवंबर के निर्यात के आंकड़े आए हैं, जो बहुत उत्साहवर्धक हैं. पिछले एक महीने के आंकड़ों को देखें तो दुनिया में कई देश मंदी का सामना कर रहे हैं. उत्पादन और निर्यात की दृष्टि से भारत ने बहुत अच्छा किया है. 10.79% की निर्यात में बढ़ोतरी हुई. उत्पादन क्षेत्र को बढ़ाने के लिए पीएम मोदी ने कई कदम उठाए हैं.
तेजी के साथ बढ़ रही भारत की अर्थव्यवस्था
गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि भारत के आलोचक भी मान रहे हैं कि अर्थव्यवस्था जिस तेज़ी के साथ बढ़ रही है, उसके बाद अनुमान है कि 2027 तक भारत तीसरी अर्थव्यवस्था बन जाएगा. पिछले आठ साल में निर्यात में 55% की बढ़ोतरी हुई. इंफ़्रा पर काम हुआ है. बिजली उत्पादन में बड़ी प्रगति. साढ़े चार सौ प्रतिशत निवेश इंफ़्रा में बढ़ा.
ईज ऑफ डुइंग बिज़नेस में आया सुधार
उन्होंने कहा कि ईज ऑफ डुइंग बिज़नेस में सुधार आया. देश में सुरक्षा और स्थायित्व का माहौल बना. इससे विदेशी निवेश बढ़ा. मोदीजी ने कूटनीतिक संबंधों को प्रगाढ़ किया. भारत manufacturing hub export destination बन रहा है. भारत दुनिया की सबसे तेज़ी से बढ़ रही अर्थव्यवस्था है.
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