केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने बृहस्पतिवार को कहा कि केंद्र सरकार की निशुल्क टेलीमेडिसिन सेवा का लाभ उठाने वाले लोगों की संख्या 10 करोड़ से अधिक हो गई है. उन्होंने कहा कि अब तक 10 करोड़ से अधिक लोगों ने डिजिटल माध्यम से चिकित्सा परामर्श लिया. मंत्री ने कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की एक पहल, ‘ई-संजीवनी' के लाभार्थियों में 57 प्रतिशत महिलाएं और लगभग 12 प्रतिशत वरिष्ठ नागरिक शामिल हैं.
राष्ट्रीय टेलीमेडिसिन सेवा, ई-संजीवनी, मंत्रालय की एक डिजिटल स्वास्थ्य पहल है जिसमें दो प्रकार की टेली-परामर्श सेवाएं ‘ई-संजीवनी' और ‘ई-संजीवनी ओपीडी' दी जाती है. मांडविया ने कहा, ‘‘भारत सरकार के राष्ट्रीय टेलीमेडिसिन मंच ‘ई-संजीवनी' ने 10 करोड़ लाभार्थियों को टेली-परामर्श सेवाएं प्रदान करके एक और मील का पत्थर तय किया है.''
ई-संजीवनी को अपनाने के मामले में दस अग्रणी राज्य आंध्र प्रदेश (3,17,01735), तमिलनाडु (1,23,74,281), पश्चिम बंगाल (1,23,11,019), कर्नाटक (1,12,93,228), उत्तर प्रदेश (54,98,907), महाराष्ट्र (47,80,259), तेलंगाना (45,91,028), मध्य प्रदेश (40,15,879), बिहार (32,20,415), और गुजरात (29,88,201) शामिल हैं.
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