हाथरस में प्रवचनकर्ता ‘भोले बाबा' के सत्संग में मची भगदड़ में 121 लोगों की मौत हो गई है. बाबा के सत्संग में नगीना देवी अपनी दो दोस्त आशा देवी और मुन्नी देवी के साथ गई थी. लेकिन भगदड़ की चपेट में आकर आशा देवी और मुन्नी देवी की मौत हो गई. एनडीटीवी से बात करते हुए बाबा की भक्त नगीना देवी ने कहा कि बाबा के खिलाफ कड़ी करवाई होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि इस हादसे के लिए वो दो लोगों को दोषी मानती हैं. एक बाबा को और दूसरा कमेटी वालों को. नगीना देवी ने कहा कि हादसे का पहला दोषी बाबा है. बाबा ने सत्संग करवाया तो देखने नहीं आए...दूसरा नंबर पर दोषी कमेटी वाले हैं. उन्होंने कोई बैरियर नहीं लगाया था.
कार्यक्रम में ढाई लाख लोग एकत्र हुए थे, जबकि केवल 80,000 लोगों के ही एकत्र होने की अनुमति दी गई थी.
नगीना देवी बताया कि वो सत्यसंग में नहीं जाती हैं. अपने घर के वहां पर ही भजन कर लेती हैं. उन्होंने कहा कि वो मेले के चलते सत्संग में गई थी. जब नगीना देवी से पूछा गया कि क्या उन्हें भी बाबा के हाथ में चक्र दिखा था? जैसा की लोग दावा करते हैं. इसपर उन्होंने कहा कि मेरे को बाबा के हाथ में कोई चक्र नहीं दिखता है, मुझे कोई शक्ति नहीं दिखी.
जिन लोगों की इस भगदड़ में मौत हुई है क्या उनसे बाबा मिलने आएंगे? इस सवाल पर नगीना देवी ने कहा कि मुझे तो नहीं लगता है कि बाबा इन लोगों से मिलने के लिए आएंगे. बाबा को ढूंढ कर लाना चाहिए, लोगों के परिवार नष्ट हुए हैं. बाबा की ये गलती है कि इतनी भीड़ थी...उन्हें हाथ उठाना चाहिए था और बोलना चाहिए था ऐसे मत निकलो... 50-100 लोगों (सुरक्षा के लिए) को लगाते, तो इतनी बड़ी दुर्घटना नहीं होती है. वहीं अपनी दोस्तों की मौत पर उन्होंने कहा कि मेरे को काफी दुख हुआ है, मैं 20 लाशों के बीच बैठकर बहुत रोई थी.
गौरतलब है कि मंगलवार को हाथरस में स्वयंभू बाबा भोले के सत्संग में भगदड़ मच गई थी. जिसमें कुल 121 लोगों की मौत हो गई थी. इस घटना में जान गंवाने वाले 121 लोगों में से 17 अलीगढ़ से थे और 19 लोग हाथरस से थे.
पीड़ित परिवारों से मिले राहुल गांधी
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी शुक्रवार सुबह हाथरस पहुंचे और सत्संग में भगदड़ मचने की घटना में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों से मुलाकात की. इस दौरान राहुल गांधी ने उनसे घटना के बारे में बात की. इससे पहले, राहुल ने अलीगढ़ में भी मृतकों के परिजन से मुलाकात की.
Video : Rahul Gandhi ने Hathras हादसे के पीड़ित परिवारों से मिलकर सुनी उनकी व्यथा