देश में ऑनलाइन धोखाधड़ी थमने के बजाय बढ़ते जा रहे हैं. ठग लोगों को अपनी बातों में ऐसा फंसाते हैं कि उन पर विश्वास कर वह अपनी जिंदगी भर की जमा पूंजी गंवा बैठते हैं. ऐसा ही एक मामला हरियाणा के पंचकूला से भी सामने आया है. सेक्टर 7 के रहने वाले ललित सिंगला से ऑनलाइन ठगी कर 9 करोड़ 68 लाख रुपए हड़प लिए. ललित सिंगला ज्यादा प्रॉफिट के लालच में ऐसे फंसे कि अपनी मेहनत की गाड़ी कमाई गंवा दी.
प्रॉफिट के लालच में गवांई मेहनत की कमाई
राहुल शर्मा नाम के एक ललित सिंगला को जल्दी प्रॉफिट दिलवाने का ऐसा लालच दिया कि ललित ने 9 करोड़ 68 लाख रुपए जैसी मोटी रकम लगा दी. जब उनके साथ फ्रॉड हो गया तक जाकर उन्होंने पुलिस से मदद की गुहार लगाई. ये शिकायत उन्होंने ऑनलाइन साइबर पोर्टल के जरिए की है. साइबर पुलिस स्टेशन प्रभारी ललित कुमार ने बताया कि ऑनलाइन धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई.
ऑनलाइन ठगों ने लगाया 9 करोड़ 68 लाख का चूना
पुलिस को मामले में बड़ी कामयाबी मिली है. अब तक 2 करोड़ रुपए बैंक में ही होल्ड करवा दिया गया है. मामले की जांच लगातार चल रही है. जल्द ही आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा. ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामले नए नहीं हैं. लेकिन आजकल ये मामले बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं. ज्यादा प्रॉफिट देने का लालच हो या फिर कोई सर्विस देने का झांसा, ये ठग लोगों को इस तरह से अपने झांसे में लेते हैं कि यकीन न करने की कोई वजह ही नहीं होती और फिर लोग अपनी जमा पूंजी एक झटके में गंवा बैठते हैं. पंचकूला के ललित सिंगला के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ है. उन्होंने मोटी रकम ऑनलाइन ट्रेडिंग के चक्कर में गंवा दी है.
ललित सिंगला के साथ कैसे हुई साढ़े 9 करोड़ की ठगी?
क्रिप्टोकरेंसी में ट्रेडिंग के नाम पर ललित से करोड़ों रुपये लूट लिए गए. पंचकूला साइबर थाना पुलिस प्रभारी ललित कुमार ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी. 13 दिसंबर 2023 को उन्हें एक लिंक मैसेज आया. उसमें ट्रेडिंग से जुड़ी जानकारी के क्लिक करने के लिए कहा गया. उनके साथ एक राहुल शर्मा नाम के व्यक्ति ने संपर्क किया. उसने क्रिप्टो करेंसी में इन्वेस्ट करने के लिए ललित को कहा. वो राहुल शर्मा के व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ गया और पैसे इन्वेस्ट करना शुरू कर दिया. तीन महीने तक उसने ग्रुप में ट्रेडिंग को लेकर किए जा रहे काम के बारे में जाना.
राहुल शर्मा के कहने पर एक विदेशी इन्वेस्टर से पीड़ित ने बातचीत की और इन्वेस्टमेंट करने के लिए तैयार हो गया. इसके बाद पीड़ित ललित से केवाईसी के लिए सभी डॉक्यूमेंट्स मांगे गए और ट्रेडिंग के लिए खाता भी खुलवाया. उसने 18 अलग-अलग किस्तों में कुल 9 करोड़ 68 लाख रुपये इन्वेस्ट किए. फिर जुलाई के पहले हफ्ते में पीड़ित ललित ने इन्वेस्ट की गई पूरी राशि निकलवाने की बात कही. इस पर आरोपियों ने उन्हें इसके लिए कुल राशि का 10 प्रतिशत बतौर टैक्स जमा करने को कहा. इस तरह ललित सिंगाल के साथ करोड़ों रुपये की ठगी को अंजाम दिया गया.