हरियाणा चुनाव परिणाम (Haryana Assembly Election Results) में तमाम एग्जिट पोल के अनुमानों को दरकिनार कर भाजपा ने जीत दर्ज की है. अपनी हार से नाराज कांग्रेस ने कहा है कि यह सिस्टम की जीत है और लोकतंत्र की हार है. कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने इस परिणाम पर हैरानी जताते हुए कहा कि किसी को यकीन नहीं हो रहा है कि हरियाणा में इतना अप्रत्याशित परिणाम आएगा. उन्होंने कहा कि हम इसे स्वीकार नहीं कर सकते हैं. हम चुनाव आयोग जाएंगे और अपनी शिकायत दर्ज कराएंगे.
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा, "यदि एक लाइन में कहा जाए तो यह सिस्टम की जीत और लोकतंत्र की हार है. हम इसे स्वीकार नहीं कर सकते हैं ... हम शिकायतें एकत्रित कर रहे हैं. हमारे उम्मीदवारों ने रिटर्निंग ऑफिसर्स को शिकायतें दी हैं और अब भी दे रहे हैं. आगामी दिनों में हम इन सभी शिकायतों को लेकर चुनाव आयोग जाएंगे और अपनी शिकायत दर्ज कराएंगे. इस तरह का परिणाम जमीन पर कहीं नजर नहीं आया. किसी को यकीन नहीं है कि हरियाणा में इतना अप्रत्याशित परिणाम आएगा. हम सब हैरान हैं."
नतीजे अप्रत्याशित और अस्वीकार्य : पवन खेड़ा
पवन खेड़ा ने कहा, "यह नतीजे पूरी तरह अप्रत्याशित हैं और हम कहेंगे कि यह अस्वीकार्य है. जिस तरह की शिकायतें आ रही हैं. हमारे प्रत्याशियों से तीन जिलों, हिसार, महेंद्रगढ़ और पानीपत से लगातार शिकायतें आ रही हैं कि कैसे कुछ मशीनों की बैटरियां जो 99 प्रतिशत थीं, उनमें हमें हारते दिखाया गया और जिन मशीनों को छुआ तक नहीं गया और जिनकी बैटरियां 60-70 प्रतिशत थीं उनमें हमारे उम्मीदवार को जीतता हुआ दिखाया गया."
हरियाणा में हमसे जीत छीनी गई : जयराम रमेश
इसके साथ ही पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि मौजूदा हालात में हरियाणा के परिणाम को स्वीकार नहीं किया जा सकता है. साथ ही कहा कि हरियाणा का अध्याय अभी खत्म नहीं हुआ है.
उन्होंने दावा किया कि हमसे जीत छीनी गई है. आज जो नतीजे आए हैं, वो जमीनी हकीकत के अनुसार नहीं हैं. यह परिणाम लोक भावना के खिलाफ है.
राज्य का दर्जा छीनने वालों को करारा जवाब : कांग्रेस
उधर, जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस के गठबंधन की जीत हुई है. इसे लेकर कांग्रेस ने कहा कि लोगों ने स्पष्ट जनादेश दिया है. उन्होंने उन लोगों को करारा जवाब दिया है, जिन्होंने राज्य का दर्जा छीनकर जम्मू-कश्मीर के सम्मान को कुचला है.
हरियाणा विधानसभा चुनाव में भाजपा ने जीत दर्ज की है. पार्टी ने पिछली बार के चुनाव परिणामों को पीछे छोड़ इस बार ज्यादा सीटें जीती हैं. हरियाणा में 57 साल के बाद किसी पार्टी ने हैट्रिक लगाई है. उधर, जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस गठबंधन को जीत मिली है. हालांकि जम्मू-कश्मीर में भाजपा दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है.