हरियाणा के नूंह में हिंसा के बाद अपनी जिंदगी धीरे-धीरे पटरनी पर लौटने लगी है. लेकिन अभी भी हालात पूरी तरह सामान्य होने में और वक्त लगेगा. सरकार ने हिंसा प्रभावित नूंह जिले में मोबाइल इंटरनेट और एसएमएस सेवा पर रोक मंगलवार को 11 अगस्त तक बढ़ा दी. इस कदम का उद्देश्य शांति और लोक व्यवस्था को भंग करने की किसी भी कोशिश को रोकना है. इस बीच हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा, कि उन्हें सुबह ही नूंह में होने वाली घटना की जानकारी मिल गई थी, उन्होंने सीआईडी एडीजी से भी बात की थी.
इसके साथ ही उन्होंने बताया कि उन्हें इस बारे में तकरीबन 1.30 बजे सूचना मिली थी. अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) टीवीएसएन प्रसाद ने कहा, “नूंह के उपायुक्त द्वारा मेरे संज्ञान में लाया गया है कि जिले में हालात अब भी गंभीर और तनावपूर्ण हैं. विभिन्न सोशल मीडिया मंच के माध्यम से गलत सूचना और अफवाहों के प्रसार को रोकने के लिए नूंह जिले के अधिकारक्षेत्र में मोबाइल इंटरनेट सेवाओं और बल्क एसएमएस को निलंबित करने का आदेश दिया गया है. इसमें बैंकिंग और मोबाइल रिचार्ज के एसएमएस को छूट दी गई है.”
नूंह के पुलिस अधीक्षक (एसपी) नरेंद्र बिजारणिया ने मंगलवार को कहा कि हिंसा के आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए तलाशी अभियान चलाया जा रहा है. उन्होंने कहा, “नूंह जिले में अब तक 57 प्राथमिकी दर्ज की गई हैं और 170 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. जिले में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए 1,900 पुलिसकर्मियों के अलावा अर्धसैनिक बलों की 31 कंपनियां तैनात की गई हैं. लापता लोगों/महिलाओं से संबंधित सोशल मीडिया पोस्ट भ्रामक हैं.”
वहीं, राज्य में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की हरियाणा इकाई का एक प्रतिनिधिमंडल बुधवार को नूंह का दौरा करेगा और जिले की स्थिति का जायजा लेगा. विपक्षी आम आदमी पार्टी की हरियाणा इकाई के प्रमुख सुशील गुप्ता ने कहा कि उनकी पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल भी कल 'मेवात क्षेत्र के हिंसा प्रभावित लोगों' से मुलाकात करेगा.
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