हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने बुधवार को कहा कि डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को खतरे की आशंका के आधार पर जेड प्लस सुरक्षा दी गई है. उन्होंने कहा कि एक कैदी, चाहे वह जेल में हो या ‘फरलो' पर बाहर हो, को अगर खतरा है तो सरकार का कर्तव्य है कि उसे सुरक्षा मुहैया कराए.
अधिकारियों के मुताबिक, डेरा सच्चा सौदा प्रमुख को हरियाणा की एक जेल से ‘फरलो' (एक प्रकार की छुट्टी) पर 21 दिनों की रिहाई के दौरान जेड प्लस सुरक्षा दी गयी है क्योंकि सिंह की जान को ''खालिस्तान समर्थक'' तत्वों से खतरा है. डेरा प्रमुख सिरसा में अपने आश्रम में दो महिला अनुयायियों के साथ बलात्कार के आरोप में 20 साल की जेल की सजा काट रहा है.
बलात्कार के दोषी राम रहीम को Z+ सुरक्षा क्यों?
पंचकुला में एक कार्यक्रम से इतर खट्टर ने संवाददाताओं से कहा, ''एक व्यक्ति को खतरे की आशंका के आधार पर सुरक्षा दी जाती है. एक कैदी, चाहे वह जेल में हो या ‘फरलो' पर बाहर हो, उसको अगर खतरा है तो सरकार का कर्तव्य है कि उसे सुरक्षा मुहैया कराए. ऐसा नहीं है कि उसने (गुरमीत राम रहीम) जेड प्लस सुरक्षा मांगी है, जब तक उसे खतरे की आशंका है, तब तक सुरक्षा देना हमारा कर्तव्य है.''
ये भी देखें-गुरमीत राम रहीम को जेड प्लस सुरक्षा क्यों?