इंडियन नेशनल लोकदल (आईएनएलडी) के नेता अभय सिंह चौटाला ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के गोविन्द कांडा को हरियाणा के ऐलनाबाद निर्वाचन क्षेत्र में हुए विधानसभा उपचुनाव में 6,700 मतों से पराजित किया. कांग्रेस के उम्मीदवार पवन बेनीवाल तीसरे स्थान पर रहे. चुनाव के लिए मतदान 30 अक्टूबर को हुआ था और इसके नतीजे मंगलवार को घोषित किये गए.
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मंगलवार सुबह पत्रकारों से बात करते हुए चौटाला ने भाजपा पर वोट के लिए पैसे बांटने का आरोप लगाया और कहा कि ऐसा न होता तो 30 हजार वोटों से उनकी जीत निश्चित थी. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री (मनोहर लाल खट्टर) को इसके बाद इस्तीफा दे देना चाहिए. मेरी जीत का अंतर 30,000 से अधिक होता अगर खरीद-फरोख्त नहीं होती. कई करोड़ रुपये वोट के लिए बांटे गए और सरकारी उपकरणों का भी दुरुपयोग किया गया है. मैंने खुद अपनी आंखों से ऐसा होता हुआ देखा है. ये मेरी जीत नहीं किसानों की जीत है.
बता दें कि केंद्र के तीनों कृषि कानूनों के विरोध में अभय चौटाला ने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने इन कानूनों की जमकर आलोचना भी की थी. अब इस चुनाव के परिणामों को सत्तारूढ़ भाजपा के खिलाफ देखा जा रहा है. वहीं किसानों के समर्थन में उतरे चौटाला की कांग्रेस और भाजपा ने खूब आलोचना की थी.
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अभय चौटाला के खिलाफ भाजपा समेत कई विपक्षी नेता एकजुट हुए. जिसमें उनके परिवार के लोग और जेजेपी के नेता भी शामिल हैं. चुनाव प्रचार के दौरान अभय चौटाला के बड़े भाई अजय सिंह चौटाला और उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने उन्हें ही पार्टी के अंत का जिम्मेदार ठहराया था. इसके साथ ही निर्दलीय विधायक और ऊर्चा मंत्री रंजीत सिंह चौटाला ने भी भाजपा प्रत्याशी गोबिंत कांडा के लिए प्रचार किया था.
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