वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी (Mukhtar Abbas Naqvi) ने मंगलवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi), गृह मंत्री अमित शाह केंद्र में और उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ (सत्ता में) नहीं होते तो अभी 500 साल और रामलला को टेंट में रहना पड़ता. एक बयान के अनुसार नकवी ने बरेली में 'शुक्रिया मोदी भाई जान' कार्यक्रम में अल्पसंख्यकों को आगाह किया कि सरकार ने किसी भी समुदाय के साथ भेदभाव नहीं किया इसलिए सत्तारूढ़ दल भाजपा के प्रति कोई अस्पृश्यता नहीं होनी चाहिए.
उन्होंने दावा किया कि मोदी ने साबित कर दिया है कि लोकतंत्र 'वंशवादी प्रभुत्व और तुष्टिकरण' के बिना भी काम कर सकता है. नकवी ने कहा कि गरीब, पिछड़े और अल्पसंख्यक दंगों और आतंकवाद के सबसे बड़े शिकार थे लेकिन देश अब आतंक से मुक्त है, समाज का हर वर्ग शांति, सुरक्षा और समृद्धि के माहौल में आगे बढ़ रहा है.
उन्होंने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा, ''जिस तरह से 500 साल से मुगलों ने, फिर अंग्रेजों ने, उसके बाद कांग्रेस ने राम मंदिर के मुद्दे को लटकाया, भटकाया और भ्रम का माहौल पैदा किया उससे एक बात बहुत स्पष्ट है कि इनकी भावना कभी भी अयोध्या के राम जन्मभूमि पर राम मंदिर के निर्माण की नहीं रही है.''
नकवी ने कहा कि '' जिस तरह इन लोगों ने इस मुद्दे पर भय और भ्रम का माहौल पैदा करने की कोशिश की, ऐसे में अगर नरेन्द्र मोदी, अमित शाह, केंद्र की सत्ता में नहीं होते और प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सत्ता में नहीं होते तो अभी 500 साल और रामलला को टेंट में रहना पड़ता.''
उन्होंने कहा, ''हमने देखा है कि जब शाहबानो के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाया था तो उस फैसले को 1985 में निष्प्रभावी करने के लिए कांग्रेस ने संसद में संख्या बल का कितनी बुरी तरीके से दुरुपयोग किया. ''
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