ज्ञानेश कुमार को मुख्य निर्वाचन आयुक्त नियुक्त किया गया है. केंद्र की ओर से यह जानकारी दी गई है. ज्ञानेश कुमार, 1988 बैच के केरल कैडर के आईएएस अधिकारी, पिछले साल मार्च से चुनाव आयुक्त के रूप में काम कर रहे हैं. वहीं, विवेक जोशी निर्वाचन आयुक्त नियुक्त होंगे, ज्ञानेश कुमार के मुख्य निर्वाचन आयुक्त बनने के बाद यह पद खाली हुआ है.
ज्ञानेश कुमार मौजूदा सीईसी राजीव कुमार के रिटायरमेंट के बाद पदभार ग्रहण करेंगे. राजीव कुमार 18 फरवरी को रिटायर हो रहे हैं. मुख्य निर्वाचन आयुक्त की नियुक्त का आदेश सोमवार शाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और विपक्ष के नेता राहुल गांधी की चुनाव समिति की बैठक के तुरंत बाद आया है.
ज्ञानेश कुमार केरल कैडर के 1988 बैच के आईएएस अधिकारी हैं और राजीव कुमार के नेतृत्व वाले तीन सदस्यीय पैनल में दो अन्य आयुक्तों से वरिष्ठ हैं.
26वें सीईसी के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान, ज्ञानेश कुमार इस साल के अंत में बिहार विधानसभा चुनावों और 2026 में केरल और पुडुचेरी विधानसभा चुनावों की देखरेख करेंगे. तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनावों की देखरेख करेंगे, जो 2026 में होने वाले हैं.
ज्ञानेश कुमार... जिन्होंने केंद्रीय गृह मंत्रालय में अपने कार्यकाल के दौरान जम्मू-कश्मीर में संविधान के अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद निर्णयों को लागू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.
दिसंबर 2023 में लागू हुए मुख्य चुनाव आयुक्त और अन्य चुनाव आयुक्त अधिनियम, 2023 के तहत मुख्य चुनाव आयुक्त की यह पहली नियुक्ति है.
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), कानपुर से सिविल इंजीनियरिंग में बी.टेक पूरा करने के बाद ज्ञानेश कुमार. आईसीएफएआई, भारत में बिजनेस फाइनेंस और एचआईआईडी, हार्वर्ड विश्वविद्यालय, अमेरिका में पर्यावरण अर्थशास्त्र का अध्ययन किया है.
उन्होंने केरल सरकार में एर्नाकुलम के सहायक कलेक्टर, अदूर के उप-कलेक्टर, एससी/एसटी के लिए केरल राज्य विकास निगम के प्रबंध निदेशक, कोचीन निगम के नगर निगम आयुक्त के अलावा अन्य पदों पर काम किया है.
केरल सरकार के सचिव के रूप में, कुमार ने वित्त संसाधन, फास्ट-ट्रैक परियोजनाओं और सार्वजनिक निर्माण विभाग जैसे विभिन्न विभागों को संभाला. भारत सरकार में उनके पास रक्षा मंत्रालय में संयुक्त सचिव, गृह मंत्रालय में संयुक्त सचिव और अतिरिक्त सचिव, संसदीय कार्य मंत्रालय में सचिव और सहकारिता मंत्रालय में सचिव के रूप में काम करने का समृद्ध अनुभव है.