इस साल की राष्ट्रीय स्वच्छता रैंकिंग में पिछड़ने के बाद हरकत में आते हुए ग्वालियर नगर निगम (Gwalior Municipal Corporation) ने सार्वजनिक स्थानों पर कचरा फेंकने वालों को समझाने के लिए उनके घर के सामने ‘‘रामधुन'' बजाने का फैसला किया है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि राम धुन (Ram Dhun) का जाप करने वाले भजन गायकों को घरों के बाहर भेजने का कदम उठाने का उद्देश्य सड़कों या खुले में कचरा फेंकने के कृत्य पर शर्मिंदा कर लोगों को सुधारने का है. उन्होंने कहा कि शहर को साफ रखने में प्रशासन के साथ सहयोग करने के लिए लोगों को प्रोत्साहित करना है. यदि इसके बावजूद लोग नियम तोड़ते रहे तो ऐसे लोगों पर जुर्माना भी लगाया जाएगा.
मध्य प्रदेश : ग्वालियर महाराज बाड़े पर तिरंगा लगाते वक्त भयानक हादसा, 3 कर्मचारियों की मौत
ग्वालियर नगर निगम (जीएमसी) के आयुक्त किशोर कान्याल ने कहा कि निगम के कर्मचारी वाहनों के जरिए घर-घर जाकर कचरा संग्रहण करते हैं लेकिन कई लोग अब भी अपने घरों के बाहर, सड़कों पर या सार्वजनिक स्थानों पर कचरा फेंक रहे हैं. उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों से अनुरोध किया जाएगा कि वे अपने घरेलू कचरे को निगम के वाहनों में डालें लेकिन यदि वे अपने तरीके नहीं बदलते हैं तो भजन गायकों के एक समूह को राम धुन सुनाने के लिए उनके घरों में भेजा जाएगा और यदि स्थिति में तब भी सुधार नहीं हुआ तो ऐसे लोगों पर जुर्माना लगाया जाएगा.
MP: सम्राट मिहिरभोज पर तीन जिलों में हिंसक भिड़ंत, नकाबपोशों ने बसों में की तोड़फोड़
कान्याल ने कहा कि पिछले एक सप्ताह के दौरान जीएमसी ने सड़क पर कूड़ा फेंकने वाले लोगों से पांच लाख रुपए का जुर्माना वसूला है.उन्होंने कहा कि निगम लोगों के सहयोग से शहर में घर-घर से शत-प्रतिशत कूड़ा उठाने का अभियान चला रहा है. मालूम हो कि राष्ट्रीय स्वच्छता सर्वेक्षण (National Sanitation Survey) में ग्वालियर पिछले साल के 12वें स्थान से फिसलकर इस साल 15वें स्थान पर आ गया है. मध्य प्रदेश के इंदौर ने लगातार पांचवीं बार देश के स्वच्छता सर्वेक्षण में शीर्ष स्थान हासिल किया है जबकि प्रदेश की राजधानी भोपाल ने इस साल सातवां स्थान हासिल किया है.
नोएडा 5 स्टार कचरा मुक्त शहर तो इंदौर को लगातार पांचवी बार सबसे स्वच्छ शहर का पुरस्कार