हरियाणा में गुरुग्राम के विभिन्न हिंदू संगठनों के सदस्यों और स्थानीय ग्रामीणों ने रविवार को मानेसर में एक महापंचायत करके मांग की कि उदयपुर में एक दर्जी की हत्या का विरोध करने वाले प्रदर्शनकारियों के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी रद्द की जाए. यूट्यूब पर सामने आए उन वीडियो का स्वत: संज्ञान लेते हुए पुलिस द्वारा मुकदमा दर्ज किया गया था, जिनमें प्रदर्शनकारियों को एक समुदाय के खिलाफ अपशब्द कहते सुना जा सकता है.
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पंचायत ने गुरुग्राम के पुलिस उपायुक्त को संबोधित एक ज्ञापन में यह भी आरोप लगाया कि ‘जिहादियों' और चरमपंथियों ने साजिश के तहत उचित पहचान के बिना आवासीय क्षेत्रों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में ‘‘घुसपैठ'' की है. ज्ञापन में यह भी दावा किया गया कि क्षेत्र में अवैध धर्मांतरण चल रहा है और इस तरह के अपराधों की तत्काल जांच कर कार्रवाई की जाए.
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महाराष्ट्र केअमरावतीमें कैमिस्ट कोल्हे (54) और उदयपुर में दर्जी कन्हैया लाल दोनों की हत्या की गई और दोनों ने ही नूपुर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया पर संदेश पोस्ट किए थे, जिन्हें बीजेपी ने पैगंबर मोहम्मद पर विवादास्पद टिप्पणी करने के लिए निलंबित कर दिया था.
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