गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने रविवार को संभावित ‘बिपरजॉय' चक्रवात के खिलाफ राज्य के तटीय जिलों की तैयारियों की समीक्षा के लिए राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र का दौरा किया. चक्रवाती तूफान बिपरजॉय गुरुवार को गुजरात के साथ-साथ पाकिस्तान में दस्तक देने वाला है. गुजरात के मुख्यमंत्री ने संभावित खतरे के मद्देनजर प्रभावित क्षेत्र के सभी अधिकारियों के साथ एक वीडियो कॉन्फ्रेंस भी की. बैठक में मुख्य सचिव राजकुमार, डीजीपी विकास सहाय, राहत आयुक्त आलोक पाण्डेय सहित राजस्व विभाग, ऊर्जा विभाग व सड़क निर्माण विभाग के प्रमुख शामिल हुए.
इस बीच, भारत मौसम विज्ञान विभाग(IMD) ने गुजरात में कच्छ तट के लिए चक्रवात के मद्देनजर येलो अलर्ट जारी किया है. सभी विभागाध्यक्षों से प्रारंभिक चर्चा के बाद वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से संभावित प्रभावित जिलों के कलेक्टर एवं संबंधित अधिकारी भी शामिल हुए. आईएमडी ने रविवार को कहा कि बिपरजॉय चक्रवात 'अत्यंत गंभीर चक्रवाती तूफान' में बदल गया है और 15 जून की दोपहर के आसपास यह सौराष्ट्र-कच्छ तथा इससे सटे पाकिस्तान के तटों से गुजर सकता है. गुजरात के कच्छ, द्वारका, पोरबंदर, जामनगर, राजकोट और मोरबी ज़िलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है. इस तूफ़ान का असर गुजरात के साथ महाराष्ट्र और गोवा में भी दिख सकता है.
अत्यंत गंभीर चक्रवाती तूफान में बदला 'बिपरजॉय'
आईएमडी ने कहा कि पूर्वी मध्य अरब सागर के ऊपर सक्रिय बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान बिपरजॉय रविवार सुबह पोरबंदर से लगभग 480 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पश्चिम, द्वारका से 530 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पश्चिम और कच्छ में नलिया से 610 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में केंद्रित था. आईएमडी ने ट्वीट किया, "वीएससीएस (गंभीर चक्रवाती तूफान) 'बिपरजॉय' आज (रविवार) सुबह 5 बजकर 50 मिनट पर ईएससीएस (अत्यंत गंभीर चक्रवाती तूफान) में बदल गया. यह पोरबंदर से लगभग 480 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पश्चिम, द्वारका से 530 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पश्चिम और कच्छ में नलिया से 610 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में केंद्रित था."
इतनी रफ्तार से चल सकती हैं हवाएं...
आईएमडी ने कहा, "यह 15 जून की दोपहर के आसपास 'बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान (वीएससीएस)' बनकर सौराष्ट्र-कच्छ और उससे सटे पाकिस्तान के तटों से गुजर सकता है." आईएमडी ने रविवार की तड़के जारी अनुमान में कहा कि सौराष्ट्र और कच्छ तट के निकट 40 से 50 किलोमीटर प्रतिघंटे तक की गति से हवाएं चलेंगी, जो 60 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती हैं. अनुमान में कहा गया है कि सोमवार को 45 से 55 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी, जो बढ़कर 65 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती हैं। मंगलवार और बुधवार को 50-60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी, जो 70 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती हैं।
मछुआरों को सख्त निर्देश, समुद्र से दूर रहें...!
आईएमडी ने कहा कि इसी तरह बृहस्पतिवार को 55 से 65 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी, जो 75 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती हैं. क्षेत्रों में मछली पकड़ने संबंधी गतिविधियों को पूरी तरह से रोकने की सलाह दी गई है और मछुआरों को 12 से 15 जून के बीच मध्य अरब सागर और उत्तरी अरब सागर तथा 15 जून तक सौराष्ट्र-कच्छ तटों के पास न जाने का निर्देश दिया गया है. आईएमडी ने समुद्र में गए लोगों को तट पर लौटने और अपतटीय एवं तटवर्ती गतिविधियों को विवेकपूर्ण ढंग से नियंत्रित करने की सलाह दी है.
मौसम विभाग ने कहा कि उपरोक्त जानकारी के मद्देनजर, राज्य सरकारों को सलाह दी जाती है कि वे अपने क्षेत्रों में कड़ी निगरानी रखें, नियमित रूप से स्थिति की निगरानी करें और उचित एहतियाती कदम उठाएं. जिला अधिकारियों को स्थिति के अनुसार कदम उठाने की सलाह दी जाती है.
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