गुजरात : FB पर जनरल बिपिन रावत पर अपमानजनक टिप्पणी करने के आरोप में एक गिरफ्तार

पुलिस अधिकारी ने कहा कि जांच से पता चला है कि आरोपी की राजनीतिक महत्वाकांक्षाएं थीं और वह आपत्तिजनक पोस्ट साझा कर सुर्खियों में रहना चाहता था.

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जनरल बिपिन रावत की मौत हेलिकॉप्टर हादसे में हो गई थी.
अहमदाबाद:

गुजरात में एक 44 वर्षीय व्यक्ति को चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत की मौत के बारे में कथित रूप से अपमानजनक टिप्पणी करने के आरोप में गिफ्तार किया गया है. आरोपी ने फेसबुक पर यह टिप्पणी की थी, जिसके बाद अहमदाबाद साइबर क्राइम सेल ने गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया. हालांकि, पुलिस ने स्पष्ट किया कि उसे पुराने पोस्ट्स को लेकर गिरफ्तार किया गया है, उनमें भी अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया गया था. लेकिन यह सामने अभी उसकी नई टिप्पणी करने के बाद आया है. 

साइबर क्राइम सेल की एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि आरोपी की पहचान शिवभाई राम के रूप में हुई है, जो गुजरात के अमरेली जिले के राजुला तालुका के भेराई गांव का निवासी है. हालांकि, विज्ञप्ति में जनरल रावत के खिलाफ उनकी कथित टिप्पणी के बारे में कुछ भी नहीं बताया गया.

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सहायक पुलिस आयुक्त जितेंद्र यादव ने कहा कि राम को उसके पुरानी पोस्ट्स के लिए गिरफ्तार किया है, जिसमें उसने अपने फेसबुक पेज "शिवाभाई अहीर" पर हिंदू देवताओं के साथ-साथ निर्वाचित प्रतिनिधियों के बारे में अपमानजनक टिप्पणी की थी.

साथ ही में कहा गया है कि आरोपी को धारा 153-ए के तहत विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने और आईपीसी की धारा 295-ए के तहत गिरफ्तार किया गया है.

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एसीपी यादव ने कहा, 'आरोपी जनरल बिपिन रावत पर कुछ अपमानजनक पोस्ट साझा करने के बाद हमारे रडार पर आया. उसकी टाइमलाइन स्कैन करने पर, हमें पता चला कि उसने पहले भी हिंदू देवी-देवताओं के बारे में आपत्तिजनक पोस्ट शेयर किए थे. उसने अपने फेसबुक पोस्ट्स में निर्वाचित प्रतिनिधियों के लिए भी अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया था.'

एफआईआर दर्ज करने के बाद साइबर क्राइम के अधिकारियों ने राम को उसके पैतृक स्थान अमरेली से गिरफ्तार कर लिया. पुलिस अधिकारी ने कहा कि जांच से पता चला है कि राम की राजनीतिक महत्वाकांक्षाएं थीं और वह आपत्तिजनक पोस्ट साझा कर सुर्खियों में रहना चाहता था.

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एसीपी ने साथ ही कहा, शिवभाई अपने गांव का 2010 और 2014 के बीच उप सरपंच रहा है. आने वाले वर्षों में सरपंच के रूप में चुने जाने की उसकी महत्वाकांक्षा है, इसलिए वह सोशल मीडिया के जरिए संवेदनशील मुद्दों को उठाकर लोगों का ध्यान आकर्षित करने की कोशिश कर रहा था. 

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