पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि राज्यपाल से अनुरोध करूंगी कि अभी मुर्शिदाबाद के दंगा प्रभावित इलाके का दौरा नहीं करें . उन्होंने कहा कि बीएसएफ को जवाबदेही तय करनी होगी, क्योंकि इसका न्यायाधिकार क्षेत्र सीमा से 50 किलोमीटर तक बढ़ा दिया गया है. सीमा पार कर बंगाल में प्रवेश करने वालों का ब्योरा गृह मंत्रालय साझा नहीं कर रहा है.
ममता ने कहा कि स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है और विश्वास बहाली के उपाय किए जा रहे हैं. बनर्जी की यह टिप्पणी उन खबरों की पृष्ठभूमि में आई है, जिनमें कहा गया था कि राज्यपाल बोस पिछले सप्ताह मुस्लिम बहुल जिले में हुई सांप्रदायिक हिंसा के बाद जमीनी स्थिति का आकलन करने के लिए मुर्शिदाबाद जाने की योजना बना रहे हैं. बनर्जी ने शुक्रवार को राज्यपाल के जिले का दौरा करने की संभावना संबंधी खबरों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मैं गैर-स्थानीय लोगों से अनुरोध करूंगी कि वे अभी मुर्शिदाबाद का दौरा न करें.
मुख्यमंत्री ने कोलकाता में संवाददाताओं से कहा कि मैं राज्यपाल से कुछ और दिन इंतजार करने की अपील करूंगी क्योंकि विश्वास बहाली के उपाय किए जा रहे हैं. स्थिति सामान्य हो रही है.
संशोधित वक्फ अधिनियम के खिलाफ पिछले सप्ताह हुए प्रदर्शन के दौरान हुई झड़पों में कम से कम तीन लोग मारे गए और कई अन्य घायल हो गए. इसके बाद स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के साथ-साथ बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया.
मुख्यमंत्री ने सीमा सुरक्षा नियमों में बदलाव को लेकर केंद्र की आलोचना करते हुए कहा कि मौजूदा केंद्रीय गृह मंत्री (अमित शाह) एक नया कानून लेकर आए हैं, जिसमें बीएसएफ का अधिकार क्षेत्र 15 किलोमीटर से बढ़ाकर 50 किलोमीटर (सीमा से) कर दिया गया है। इसलिए, बीएसएफ की जवाबदेही होनी चाहिए.उन्होंने आरोप लगाया कि गृह मंत्रालय सीमा पार से पश्चिम बंगाल में प्रवेश करने वाले लोगों की जानकारी राज्य सरकार के साथ साझा नहीं कर रहा है. बनर्जी ने दावा किया कि पहले हमें ऐसी जानकारी मिलती थी, लेकिन अब इसे हमारे साथ साझा नहीं किया जा रहा है.