कक्षा के दरवाजे को श्यामपट्ट (ब्लैकबोर्ड) के विकल्प के रूप में इस्तेमाल वाला एक कथित वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित होने के बाद ओडिशा का एक सरकारी हाई स्कूल विवादों में घिर गया है. यह घटना मंगलवार को उस समय सामने आई, जब वीडियो में स्कूल की एक शिक्षिका कक्षा के दरवाजे पर परीक्षा के प्रश्न लिखती नजर आईं. ‘पीटीआई-भाषा' इस वीडियो की प्रमाणिकता की स्वतंत्र तौर पर पुष्टि नहीं करता है. कक्षा आठ के एक छात्र ने कहा, “हमें कुछ समय के लिए बैठने के लिए मजबूर किया गया क्योंकि शिक्षकों ने हमें परीक्षा के प्रश्नपत्र उपलब्ध नहीं कराए. बाद में, एक शिक्षक ने कक्षा के दरवाजे पर प्रश्न लिखे.”
एक छात्र के पिता प्रवत मोहराना ने आरोप लगाया कि पूरे साल कक्षा के दरवाजे का इस्तेमाल श्यामपट्ट के तौर पर किया जाता है. जाजपुर के जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) सह समग्र शिक्षा परियोजना निदेशक ने कहा कि विद्यालय को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. उन्होंने कहा, “हमने कर्तव्य में लापरवाही के लिए स्कूल की प्रधानाध्यापिका को कारण बताओ नोटिस जारी किया है और उनसे तीन दिनों के भीतर जवाब देने को कहा है, ऐसा नहीं करने पर आवश्यक कार्रवाई शुरू की जाएगी.”
इसबीच, हिंगुला गवर्नमेंट हाई स्कूल की प्रधानाध्यापिका सरस्वती पांडा ने कहा कि विद्यालय को सर्व शिक्षा अभियान से प्रश्नपत्र प्राप्त नहीं हुए थे. उन्होंने कहा, “हमारे पास दो स्मार्ट क्लासरूम हैं. चूंकि स्कूल में कक्षा 1-8 के 400 से अधिक छात्र हैं, जो परीक्षा दे रहे हैं, हमने सभी कमरों में बैठने की व्यवस्था की थी.” पांडा ने कहा, “चूंकि स्कूल की इमारत में श्यामपट्ट नहीं हैं, इसलिए हमें कक्षा के दरवाजे पर प्रश्न लिखने पड़े.”अधिकारियों ने कहा कि जिले के अंतिया गांव के पास स्थित स्कूल को पिछले साल ‘5टी' पहल के तहत अद्यतन किया गया था, जिसका उद्देश्य शैक्षणिक संस्थानों में बुनियादी ढांचे का विकास करना है.
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