नए IT पोर्टल में तकनीकी खामियों को लेकर केंद्र पर बरसे शशि थरूर, बोले-अव्‍यवस्‍था पैदा कर दी

शशि थरूर ने आरोप लगाया कि 4200 करोड़ रुपये खर्च करने के बावजूद सरकार इसे उपयोग के अनुकूल बनाने में विफल रही और अव्यवस्था पैदा कर दी.

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शशि थरूर ने नए आईटी पोर्टल ने तकनीकी दिक्‍कतों को लेकर केंद्र पर निशाना साधा
नई दिल्ली:

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर (Shashi Tharoor) ने मंगलवार को आयकर के नए पोर्टल (New IT new portal) में तकनीकी दिक्कतों को लेकर मंगलवार को केंद्र पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि इस पर 4200 करोड़ रुपये खर्च करने के बावजूद सरकार इसे उपयोग के अनुकूल बनाने में विफल रही और अव्यवस्था पैदा कर दी. लोकसभा सदस्य थरूर ने कहा कि उनकी अगुवाई वाली कांग्रेस की इकाई ‘अखिल भारतीय प्रोफेशनल कांग्रेस' से जुड़े चार्टर्ड अकाउंटेंट ने उन्हें सूचित किया कि आयकर पोर्टल में जो नई तब्दीली की गई हैं वे बहुत ही खराब हैं और इससे खामियां पैदा हुई हैं तथा लॉगिन का समय भी बढ़ गया है.

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उन्होंने कहा, ‘‘यह स्पष्ट नहीं हैं कि सरकार ने जून महीने में आयकर पोर्टल में बदलाव क्यों किया. यह बेहतर फैसला होता कि गत वित्त वर्ष के आखिर या नये वित्त वर्ष की शुरुआत में इसमें बदलाव किया जाता ताकि आयकर के रिफंड के हकदार करदाताओं को इस मुश्किल समय में मदद मिल जाती.'' थरूर ने आरोप लगाया कि आरोप लगाया कि इस पर 4200 करोड़ रुपये खर्च करने के बावजूद सरकार इसे उपयोग के अनुकूल बनाने में विफल रही और अव्यवस्था पैदा कर दी.

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गौरतलब है कि आयकर के नये पोर्टल की शुरुआत सात जून को की गई थी और इसके बाद उपयोकर्ताओं ने इसमें कुछ तकनीकी दिक्कतों की शिकायत की थी. यूजर्स ने वेबसाइट में आ रही तकनीकी गड़बड़ियों को लेकर सोशल मीडिया पर स्क्रीनशॉर्ट के साथ शिकायत की थी. इस पर वित्‍त मंत्री निर्मला सीतारमण ने नए पोर्टल में हितधारकों (stakeholders) को आ रही परेशानियों को लेकर चिंता का इजहार किया था. उन्‍होंने इन्‍फोसिस से बिना समय गंवाए सभी मुद्दों का हल तलाशने, सर्विस सुधारने और शिकायतों को प्राथमिकता के तौर पर हल करने का आग्रह किया था. इससे पहले, नई टैक्स ई-फाइलिंग पोर्टल में तकनीकी समस्याओं के बारे में सीतारमण के ट्वीट का जवाब देते हुए इंफोसिस के सह-संस्थापक नंदन नीलेकणि ने कहा था कि उनकी कंपनी को "इन शुरुआती गड़बड़ियों पर पछतावा है" लेकिन सिस्टम कुछ दिनों में सामान्य हो जाएगा. नीलेकणि ने ट्वीट का जवाब देते हुए कहा था, "नया ई-फाइलिंग पोर्टल फाइलिंग प्रक्रिया को आसान करेगा और उपयोगकर्ता के अनुभव को बढ़ाएगा.

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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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