गोरखपुर में NEET छात्र की हत्या का आरोपी रहीम गिरफ्तार, पुलिस एनकाउंटर के बाद हत्थे चढ़ा

पुलिस सूत्रों के अनुसार गिरफ्तार आरोपी रहीम एक तस्कर है. पुलिस एनकाउंटर में उसे गोली लगी है. रहीम दीपक गुप्ता की हत्या में शामिल था.

विज्ञापन
Read Time: 4 mins
गोरखपुर:

गोरखपुर-कुशीनगर पुलिस के ज्वॉइंट ऑपरेशन में एक बदमाश रहीम का एनकाउंटर किया गया है, उसे पैर में गोली लगने के बाद अरेस्ट कर लिया गया है. जानकारी के मुताबिक तीन बदमाश रहीम, छोटू और राजू पुलिस पर फायरिंग कर भाग रहे थे. इसके बाद तीनों को अरेस्ट कर लिया गया है. एसएसपी राजकरण नैयर ने बताया कि घटना की रात पिपराइच थाना क्षेत्र के महुआचाफी गांव में ग्रामीणों ने जिस पशु तस्कर को पकड़ा था उसकी पहचान बिहार के गोपालगंज के अजब हुसैन के रूप में हुई है. अब तक इस मामले में 4 आरोपी पशु तस्करों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. 

पुलिस सूत्रों के अनुसार गिरफ्तार आरोपी रहीम एक तस्कर है. पुलिस एनकाउंटर में उसे गोली लगी है. रहीम दीपक गुप्ता की हत्या में शामिल था. पुलिस, दीपक की हत्या के बाद से ही उसकी लगातार तलाश कर रही थी. पुलिस को रहीम के बारे में जानकारी मिलते ही पिपराइज पुलिस और कुशीनगर पुलिस ने संयुक्त रूप से ऑपरेशन शुरू कर दिया था. आरोपी रहीम कुशीनगर के दुर्गपट्टी इलाके का रहने वाला है. बलरामपुर बस्ती समेत कई जिलों से गो तस्करी के आरोप में रहीम पहले भी जेल जा चुका है. 

क्या है पूरा मामला? 

जानकारी के मुताबिक घटना 15 सितंबर की रात को 12.30 बजे के करीब की है, जब गांव में पशु तस्कर तीन गाड़ियों में पहुंचे थे. वो मवेशियों को खूंटे से खोल रहे थे लेकिन तभी गांव के लोगों ने शोर मचा दिया था. इस शोर को सुन दीपक भी बाहर आ गया था और तस्करों के पीछे दौड़ पड़ा था. तभी तस्करों ने उसे पकड़ लिया और जबरन डीसीएम गाड़ी में बैठा लिया. उसे करीब आधे घंटे तक इधर-उधर घुमाने के बाद आरोपियों ने उसे सरैया गांव के पास गाड़ी से फेंक दिया था, जिस वजह से उसके सिर में चोट आई और उसकी मौत हो गई. 

दीपक के घरवालों का ये है दावा 

दीपक के घरवालों का आरोप है कि तस्करों ने दीपक के मुंह में गोली मारी थी और इस वजह से उसकी मौत हुई थी लेकिन पुलिस ने दावा किया है कि दीपक की मौत सिर पर चोट लगने से हुई और मेडिकल रिपोर्ट में भी यही आया है. हालांकि, एनडीटीवी की टीम से बात करते हुए दीपक के घरवाले इसी बात पर अड़े हुए थे कि उसकी मौत मुंह में गोली लगने की वजह से हुई है. 

गोरखपुर एनकाउंटर पर अखिलेश यादव

गोरखपुर एनकाउंटर पर अखिलेश यादव ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि "यह रात में ही तय हो गया था, जब कोई बड़ा अधिकारी वहां गया था लेकिन रात में एनकाउंटर नहीं हुआ लेकिन जब हमारी प्रेस कॉन्फ्रेंस चल रही है तब एनकाउंटर हो गया. एनकाउंटर से लॉ एंड ऑर्डर बेहतर नहीं होगा. अच्छे अधिकारियों को मौका देने से होगा स्वजातीय लोगों को थाने देने से नहीं होगा". उन्होंने कहा, "सरकार अपनी नाकामी छुपाने के लिए एनकाउंटर कर रही है. गोकशी करने वाले लोग भारतीय जनता पार्टी के अंदर हैं. शासन प्रशासन मिलकर गोकशी करा रहे हैं. जो घटना गोरखपुर की है सच्चाई यही निकलेगी कि प्रशासन के लोग मिले हुए हैं."

दीपक के चाचा ने कही ये बात

एनडीटीवी से बातचीत में दीपक गुप्ता के चाचा सुरेंद्र गुप्ता ने प्रशासन को चुनौती देते हुए कहा कि हफ्ते भर में अगर उचित कार्रवाई नहीं हुई तो इलाके के लोग बड़ा प्रदर्शन करते हुए पिपराइच थाना जला देंगे. उन्होंने कहा कि सिर्फ चौकी को सस्पेंड करके प्रशासन ने खानापूर्ति की है, जबकि दोषी पूरा थाना है. ऐसे में पशु तस्करों की गिरफ्तारी के अलावा उनका एनकाउंटर और पिपराइच थाने पर कार्रवाई होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि सीएम योगी आदित्यनाथ उनके घर आएं. सुरेंद्र गुप्ता का कहना है कि वो सीएम से मिलने नहीं जायेंगे, सीएम को उनके घर आना होगा. उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी ने सुरक्षा के लिए एक रिवाल्वर का लाइसेंस तत्काल जारी कर दिया है. सुरेंद्र गुप्ता का ये भी दावा है कि प्रशासन ने उन्हें बताया है कि अबतक कुल 7 आरोपियों की गिरफ़्तारी हुई है और आठ अभी भी फरार हैं. उन्होंने कहा कि अबतक जो कार्रवाई हुई है वो नाकाफी है. उन्होंने कहा कि प्रशासन ने एक परिजन को सरकारी नौजरी और एक करोड़ रुपए की आर्थिक मदद देने की मांग स्वीकार की है.

Advertisement
Featured Video Of The Day
India Pakistan Match: भारत के खिलाफ मैच से पहले पाक ने रद्द की प्रेस कॉन्फ्रेंस
Topics mentioned in this article