जम्मू-कश्मीर में चुनाव को लेकर दुख भी और खुशी भी : गुलाम नबी आजाद

गुलाम नबी आजाद ने अपने मुख्यमंत्री कार्यकाल के बारे में बात करते हुए कहा, "लोगों ने मेरे समय में असली प्रगति और विकास देखा. हमने डबल और ट्रिपल शिफ्टों में काम करके विकास की क्रांति शुरू की, जिसे कोई अन्य नेता नहीं दोहरा सका.

विज्ञापन
Read Time: 4 mins
"मैं धोखा नहीं देता, झूठ नहीं बोलता, और गुमराह नहीं करता": गुलाम नबी आजाद
नई दिल्ली:

डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी के अध्यक्ष, गुलाम नबी आजाद ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा है कि उन्हें जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनावों को लेकर मिली-जुली भावनाएं हैं. उन्होंने कहा कि वे एक साथ खुश भी हैं और दुखी भी. आईएएनएस से बातचीत के दौरान, पूर्व जम्मू-कश्मीर मुख्यमंत्री ने कहा, "परिणाम 8 अक्टूबर को आएंगे. अभी इस पर ज्यादा कुछ नहीं कहा जा सकता। इसमें खुशी भी है और दुख भी."

चुनाव पहले क्यों नहीं हुए

आजाद ने इस बात पर खुशी जताई कि 10 साल बाद जम्मू-कश्मीर में चुनाव हो रहे हैं, लेकिन अफसोस भी किया कि ये चुनाव पहले क्यों नहीं हुए. उन्होंने कहा, "दुख की बात यह है कि पिछले 10 सालों में यहां एक और चुनाव होना चाहिए था. यह सिर्फ पहला चुनाव है, जबकि अब तक तीसरा चुनाव होना चाहिए था. खुशी की बात यह है कि कम से कम चुनाव हो रहा है और लोग अपने चुने हुए प्रतिनिधि को विधानसभा में भेज सकेंगे. अब उनके पास अपनी समस्याएं रखने का दरवाजा खुल गया है."

"मैं धोखा नहीं देता, झूठ नहीं बोलता"

रविवार को जम्मू में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए, आजाद ने कहा, "मैं धोखा नहीं देता, झूठ नहीं बोलता, और गुमराह नहीं करता. मुझे पता है कि कुछ लोग झूठ बोलने के आदी हो गए हैं और उन्हीं झूठ के आधार पर वोट हासिल करते हैं। लेकिन मैं सच बोलता हूं, जिसे समझने वाले बहुत कम हैं. मैं कभी झूठी उम्मीदें नहीं दूंगा और न ही कोई अव्यवहारिक वादा करूंगा."

उन्होंने कहा कि वर्षों से राजनीतिक पार्टियों ने लोगों को बांटने का तरीका अपनाया है, विकास की बातों पर बहाने बनाए हैं और इस कारण टकराव की स्थिति पैदा होती है. जबकि सत्ता में बैठे लोग अपनी सुविधाओं का आनंद लेते रहे हैं. आजाद ने लोगों से आग्रह किया कि वे समझें कि उनकी एक समान समस्याएं उन्हें बांटने के बजाय एकजुट करने का काम करें. उन्होंने जोर दिया कि केवल एकता के जरिए ही असली प्रगति संभव है.

अपने मुख्यमंत्री कार्यकाल के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, "लोगों ने मेरे समय में असली प्रगति और विकास देखा. हमने डबल और ट्रिपल शिफ्टों में काम करके विकास की क्रांति शुरू की, जिसे कोई अन्य नेता नहीं दोहरा सका. कई परियोजनाएं जो मैंने स्वीकृत की थीं, आज भी अधूरी हैं, जो यह दिखाती हैं कि विकास पर फिर से ध्यान देने की जरूरत है."

आजाद ने माना कि लोग अब राजनेताओं के खोखले वादों से निराश हो चुके हैं. उन्होंने कहा, "लोग अब झूठे वादों से परेशान हो चुके हैं, जिनका नतीजा सिर्फ अव्यवस्था और विभाजन है." उन्होंने यह भी कहा कि आज सबसे बड़ी चुनौती युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा करना है, जो धीरे-धीरे नशे की लत में पड़ रहे हैं.

Advertisement

आजाद ने यह भी कहा कि उनका राज्य में वापस आना गरीबों की सेवा करने की इच्छा से प्रेरित है, जिनको अभी अब भी पानी और बिजली जैसी बुनियादी सुविधाएं तक नहीं मिल पा रही हैं. अपने संबोधन में उन्होंने विकास को लेकर अपना एजेंडा बताया, जिसमें जिलों, स्कूलों, तहसीलों, कॉलेजों और सड़कों की संख्या बढ़ाकर बुनियादी ढांचे और शिक्षा के अवसरों को सुधारने पर जोर दिया गया है.

ज्ञात हो कि, जम्मू और कश्मीर में 1 अक्टूबर को होने वाले तीसरे और अंतिम चरण के चुनाव के लिए तैयारियां चल रही हैं. केंद्र शासित प्रदेश में 29 सितंबर के बाद चुनाव प्रचार की अनुमति नहीं होगी. यह चुनाव जम्मू और कश्मीर में एक दशक बाद हो रहे विधानसभा चुनाव हैं. पहला चरण 18 सितंबर को हुआ, जबकि दूसरा चरण 25 सितंबर को समाप्त हुआ. चुनाव परिणाम 8 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे.

Advertisement

ये भी पढ़ें- सातवें आसमान पर पहुंचा सोना, क्या 1 लाख रुपये के पार जाएगा भाव? जानें क्या है एक्सपर्ट की राय

(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
Featured Video Of The Day
Multi-Storey Building Collapses: Mohali में इस वजह से गिरी 4 मंजिला इमारत, Resuce Operation जारी