गाजियाबाद में बुजुर्ग के साथ मारपीट मामले में गिरफ्तार किए गए समाजवादी पार्टी के नेता के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के तहत एक मामला दर्ज किया गया है. यूपी पुलिस ने उम्मेद पहलान को यह कहते हुए गिरफ्तार किया था कि उसने पीड़ित अब्दुल समद के साथ फेसबुक लाइव करके इस मामले को धार्मिक रंग दिया है.
5 जून को कुछ लोगों ने अब्दुल समद को लोनी इलाके से उठा लिया था और उसे चाकू की नोक पर धमकी दी थी. उनसे से एक ने उसे पाकिस्तानी जासूस बताते हुए अब्दुल समद की दाढ़ी काट ली और कथित तौर पर 'जय श्री राम' के नारे लगाए.
गाजियाबाद पुलिस ने सुलझाई परिवार के 4 लोगों के कत्ल की गुत्थी, पैसा बनी हत्या की वजह
पुलिस ने इस मामले में कई लोगों को गिरफ्तार किया और इस मामले किसी भी तरह के सांप्रदायिक एंगल से इनकार किया. पुलिस ने बताया कि हमलवारों में हिंदू और मुस्लिम दोनों शामिल थे. उस पर इसलिए हमला किया गया था, क्योंकि उसने कुछ नकली ताबीज उन्हें बेचे थे. हालांकि, पीड़ित के परिवार इस बात से इनकार कर रहा है कि वह ताबीज बेचता है, उनका कहना है कि वह एक बढ़ई का काम करता है.
इस मामले को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी समेत कई विपक्षी नेताओं ने सीएम योगी आदित्यनाथ सरकार पर निशाना साधा था.
मुस्लिम बुजुर्ग के वीडियो मामले में गाजियाबाद पुलिस को Twitter के जवाब का इंतजार
उम्मेद पहलवान के खिलाफ दर्ज की गई एफआईआर में आरोप लगाया गया है कि उसने 'अनावश्यक' वीडियो बनाया, जिसमें अब्दुल समद पर हमले के बारे में बताया गया. एफआईआर में कहा गया है कि इसे 'सामाजिक असामंजस्य पैदा करने' के इरादे से बनाया गया था. इसके बाद इसे अपने फेसबुक अकाउंट पर शेयर किया गया.
गाजियाबाद: बुजुर्ग को पीटने के मामले में सपा नेता उम्मेद पहलवान गिरफ्तार