जर्मन दूतावास ने रविवार को भारत में डिजिटल बुनियादी ढांचे को इसकी सफलता की कहानियों में से एक बताया और यहां एक सब्जी की दुकान पर यूपीआई का इस्तेमाल करते हुए अपने डिजिटल और परिवहन मंत्री वोल्कर विसिंग का एक वीडियो फुटेज साझा किया. दूतावास ने ‘एक्स (पूर्व में ट्विटर)' पर कहा, ‘‘भारत की सफलता की कहानियों में से एक डिजिटल बुनियादी ढांचा है. यूपीआई ने हर किसी को चंद सेकंड में लेनदेन करने में सक्षम बनाया है। लाखों भारतीय इसका उपयोग करते हैं.''
इसमें कहा गया है कि जर्मनी के संघीय डिजिटल एवं परिवहन मंत्री वोल्कर विसिंग ने यूपीआई भुगतान की सरलता का प्रत्यक्ष अनुभव किया और वह बहुत मंत्रमुग्ध हैं.
वोल्कर विसिंग 19 अगस्त को जी20 डिजिटल मंत्रियों की बैठक में भाग लेने के लिए बेंगलुरु में थे. पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए, सोशल मीडिया यूजर्स ने भारत की डिजिटल आर्थिक क्रांति का हिस्सा बनने के लिए उन्हें धन्यवाद दिया.
एक यूजर ने लिखा, "भारत की डिजिटल आर्थिक क्रांति का हिस्सा बनने के लिए धन्यवाद. साझा करते रहें और उपयोग करते रहें." एक अन्य ने लिखा, "यह जर्मनी में जर्मन व्यापारियों और दुकानदारों के लिए एक आशीर्वाद होगा, जो केवल नकद लेनदेन से जूझ रहे हैं."
इसके साथ ही एक यूजर ने पूछा, "यूपीआई ग्लोबल हो गया! जर्मनी कब यूपीआई प्लेटफॉर्म में शामिल हो रहा है?"
गौरतलब है कि यूनिफ़ाइड पेमेंट इंटरफ़ेस (यूपीआई) एक त्वरित भुगतान प्रणाली है. यह ग्राहकों को चौबीसों घंटे तुरंत भुगतान करने की सुविधा देता है. यह ग्राहक द्वारा बनाए गए वर्चुअल पेमेंट एड्रेस (VPA) का उपयोग करता है.
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