राजस्थान के जलदाय मंत्री डॉ महेश जोशी ने बुधवार को कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पार्टी के प्रति अपनी निष्ठा साबित करने के लिए किसी प्रमाण पत्र की जरूरत नहीं है. जोशी ने यह बात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की तारीफ किए जाने पर सचिन पायलट के ताजा बयान पर कही. इससे पहले पायलट ने प्रधानमंत्री मोदी द्वारा एक सार्वजनिक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री गहलोत की प्रशंसा किए जाने पर कटाक्ष करते हुए इसे 'रोचक घटनाक्रम' बताया था और कहा कि इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए. इसके बारे में पूछे जाने जोशी ने यहां संवाददाताओं से कहा, 'मैं तो (पार्टी की बयानबाजी न करने की) परामर्श से बंधा हुआ हूं ... अशोक गहलोत जी को अपनी निष्ठा साबित करने के लिए किसी के प्रमाण पत्र की जरूरत नहीं है.'
जोशी ने कहा,'... मुख्यमंत्री गहलोत ने जिस विनम्रता, शालीनता व शब्दों के साथ पार्टी आलाकमान से माफी मांगी, उससे उनका कद जनता की निगाह में बढ़ा है और कम नहीं हुआ है. जो माफी की परंपरा को नहीं जानते जो विनम्रता को सम्मान नहीं करते उनका मैं कुछ नहीं कह सकता.' पायलट पर पलटवार करते हुए जोशी ने कहा, 'बुत हमको कहें काफिर अल्लाह की मर्जी ...आदमी कोई हो वह यह देखे कि उसका खुद का पिछला इतिहास क्या रहा है. उसके बाद आगे बोले.''
गौरतलब है कि सितंबर महीने में पार्टी विधायक दल की बैठक नहीं हो पाने के मामले में कांग्रेस ने जोशी सहित तीन लोगों को नोटिस जारी किए थे. जोशी ने कहा, 'हमने जवाब दिया है... आलाकमान हम पर कार्रवाई करेगा सजा तय करेगा तो हम सजा भुगतेंगे. लेकिन सिर्फ नोटिस मिल जाना किसी को दोषी ठहराने के लिए पर्याप्त नहीं होता.'
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