बिहार में विपक्षी बीजेपी के सदस्यों ने बुधवार को राज्य विधानसभा में जमकर हंगामा किया. गलवान हिंसा में शहीद जवान के परिवार के सदस्यों के साथ कथित पुलिस दुर्व्यवहार के विरोध में सदन से वॉकआउट कर गए. बीजेपी के विधायकों ने गलवान में चीनी सैनिकों से लड़ते हुए शहीद होने वाले जय किशोर सिंह के पिता और वैशाली निवासी राज कपूर सिंह की गिरफ्तारी की निंदा करते हुए विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने से पहले सदन परिसर में प्रदर्शन किया.
मंगलवार की सुबह 11 बजे सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले बीजेपी के कुछ विधायकों ने विधानसभा सचिव की मेज पर कुर्सी रखकर कार्यवाही को बाधित करने की कोशिश की. सदन अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा को अपनी बात रखने की अनुमति दी. सिन्हा ने आरोप लगाया कि बिहार में महागठबंधन के सत्ता में आने के बाद से ही सशस्त्र बलों का अपमान जानबूझकर किया गया न कि यह मात्र एक संयोग है.
अध्यक्ष के यह कहने पर कि प्रतिपक्ष के नेता ऐसा कोई सवाल नहीं पूछ रहे हैं, जिस पर सरकार को जवाब देने के लिए कहा जा सके. सिन्हा ने मांग की कि गलवान शहीद के मुद्दे पर चर्चा के लिए कार्य मंत्रणा समिति की बैठक बुलाई जाए. सिन्हा के यह कहे जाने पर कि ‘‘आसन को सरकार द्वारा निर्देशित नहीं किया जाना चाहिए'', संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी अपने सीट से खड़े होकर कहा, ‘‘अध्यक्ष को विपक्ष के दबाव में भी गलत निर्णय नहीं लेना चाहिए.''
सदन में हंगामा जारी रहने पर उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि जवान के शहीद होने के कुछ समय बाद ही उन्होंने जय किशोर सिंह के परिवार से मुलाकात की थी. तेजस्वी ने कहा, ‘‘वह जनदाहा थाने के एक गांव चकफतह से ताल्लुक रखते थे जो उनके विधानसभा क्षेत्र (राघोपुर) से ज्यादा दूर नहीं है.
उन्होंने कहा कि शहीद जवान के पिता की मांग है कि शहीद की स्मृति में एक स्मारक का निर्माण किया जाए, कानून के अनुसार विचार किया जाएगा. शहीद जवान के पिता को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया गया और एक साथी ग्रामीण के साथ झड़प के बाद अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया, जिसने परिवार द्वारा एक स्मारक के ‘‘अवैध'' निर्माण पर आपत्ति जताई थी.
वैशाली जिला प्रशासन ने मीडिया के एक वर्ग में आई उन खबरों का भी खंडन किया है कि जवान के पिता को पुलिसकर्मियों द्वारा घसीटा गया था. बहरहाल बीजेपी विधायक सदन से वॉकआउट करने से पहले कुछ देर तक नारेबाजी करते रहे. संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा, ‘‘भाजपा की जड़ें आरएसएस में हैं और जिन्हें स्वतंत्रता संग्राम में अपने प्राणों की आहुति देने वालों के लिए कोई सम्मान नहीं है. उन्हें शहीदों के बारे में बात करने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है.''
इस बीच पुलिस मुख्यालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि पुलिस महानिदेशक आर एस भट्टी ने वैशाली की घटना के बारे में मीडिया में आई खबरों को गंभीरता से लिया है. सीआईडी और कमजोर वर्गों के अपर पुलिस महानिदेशक को गहन जांच का निर्देश दिया है. पूरे प्रकरण की जांच के लिए एक विशेष पुलिस टीम गठित की जाएगी, जिसकी रिपोर्ट के आधार पर दोषी पाए जाने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है.
बिहार सरकार द्वारा जारी एक बयान के अनुसार गलवान घाटी के शहीद जय किशोर सिंह के पिता राजकपूर सिंह से संबंधित मामले पर सरकार गंभीर है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. शहीद जवान के पिता को कथित अतिक्रमण और अन्य मामले में जेल भेजे जाने के क्रम में कथित दुर्व्यवहार के मामले को सरकार ने गंभीरता से लेते हुए उच्चस्तरीय जांच दल गठित कर अति शीघ्र जांच कार्य संपन्न कराते हुए अग्रेतर कार्रवाई करने का निर्देश दिया है.
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