दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन का समापन होने के बाद शाम को पीएम नरेंद्र मोदी प्रगति मैदान के भारत मंडपम के इंटरनेशनल मीडिया सेंटर पहुंचे. पीएम मोदी ने मीडिया सेंटर में घूमते हुए दुनिया भर से आए संवाददाताओं का हाथ हिलाकर अभिवादन किया. उन्होंने चलते हुए कुछ संवाददाताओं, फोटोग्राफरों से हाथ भी मिलाया.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जी20 शिखर सम्मेलन स्थल भारत मंडपम में अंतरराष्ट्रीय मीडिया सेंटर का दौरा किया. पीएम मोदी के अचानक मीडिया सेंटर में पहुंचने से वहां मौजूद पत्रकारों में आश्चर्य मिश्रित उल्लास देखने को मिला. पीएम मोदी अधिकारियों और सुरक्षा कर्मियों के साथ इंटरनेशनल मीडिया सेंटर पहुंचे.
दिल्ली में दो दिन तक चले जी-20 शिखर सम्मेलन का रविवार को समापन हो गया. इस दौरान पीएम मोदी ने नवंबर में जी20 वर्चुअल समिट का सुझाव दिया और अध्यक्षता ब्राज़ील को सौंपी. समापन के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि कल हमने वन अर्थ और वन फैमली सेशन में व्यापक चर्चा की. उन्होंने कहा कि मुझे संतोष है कि आज G-20, वन अर्थ-वन फैमली और वन फ्यूचर को लेकर आशावादी प्रयासों का प्लेटफ़ॉर्म बना है. यहां हम ऐसे फ्यूचर की बात कर रहे हैं, जिसमें हम ग्लोबल विलेज से आगे बढ़कर ग्लोबल फैमली को हकीकत बनता देखें. एक ऐसा फ्यूचर, जिसमें देशों के केवल हित ही नहीं जुड़े हों, बल्कि हृदय भी जुड़े हों.
पीएम मोदी ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) के विस्तार और सभी वैश्विक संस्थाओं में सुधार की जोरदार वकालत की. उन्होंने कहा कि दुनिया की ‘‘नई वास्तविकताएं'' ‘‘नई वैश्विक संरचना'' में प्रतिबिंबित होनी चाहिए क्योंकि यह प्रकृति का नियम है कि जो नहीं बदलते हैं, समय के साथ उनकी प्रासंगिकता खत्म हो जाती है.
प्रधानमंत्री ने जी20 शिखर सम्मेलन में लिए गए फैसलों पर प्रगति की समीक्षा के वास्ते नवंबर के अंत में एक वर्चुअल सत्र के आयोजन का प्रस्ताव भी दिया. समापन सत्र में मोदी ने ब्राजील को जी20 की अध्यक्षता हस्तांतरित करते हुए पारंपरिक गैवल (एक प्रकार का हथौड़ा) सौंपा और उसे शुभकामनाएं दीं. ब्राजील आधिकारिक रूप से इस साल एक दिसंबर को जी20 समूह के अध्यक्ष का कार्यभार संभालेगा.
वैश्विक संस्थाओं में सुधारों के लिए मोदी की पिछले सत्र में रखी गई बात को दोहराते हुए ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला डी सिल्वा ने कहा कि यूएनएससी को राजनीतिक ताकत हासिल करने के लिए स्थाई और गैर-स्थाई सदस्यों के रूप में नए विकासशील देशों की जरूरत है. उन्होंने कहा, ‘‘हम विश्व बैंक और आईएमएफ (अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष) में उभरते देशों के लिए अधिक प्रतिनिधित्व चाहते हैं.''
जी20 शिखर सम्मेलन के ‘एक भविष्य' सत्र में मोदी ने संयुक्त राष्ट्र सहित वैश्विक संस्थाओं में सुधारों पर नए सिरे से जोर दिया. मोदी ने कहा, ‘‘यह जरूरी है कि दुनिया को बेहतर भविष्य की ओर ले जाने के लिए वैश्विक निकायों को आज की वास्तविकताओं को प्रतिबिंबित करना चाहिए.''
उन्होंने कहा, ‘‘विश्व को एक बेहतर भविष्य की तरफ ले जाने के लिए ये जरूरी है कि वैश्विक व्यवस्थाएं वर्तमान वास्तविकताओं के मुताबिक हों. आज संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद भी इसका एक उदाहरण है.''
नई वास्तविकताएं हमारी नई वैश्विक संरचना में प्रतिबिंबित होंउन्होंने कहा कि जब संयुक्त राष्ट्र की स्थापना 51 सदस्यों के साथ हुई थी, तो दुनिया अलग थी और अब सदस्य देशों की संख्या लगभग 200 हो गई है. मोदी ने कहा, ‘‘बावजूद इसके, यूएनएससी में स्थाई सदस्य आज भी उतने ही हैं. तब से आज तक दुनिया हर लिहाज से बहुत बदल चुकी है. परिवहन हो, संचार हो, स्वास्थ्य, शिक्षा, हर क्षेत्र का कायाकल्प हो चुका है. ये नई वास्तविकताएं हमारी नई वैश्विक संरचना में प्रतिबिंबित होनी चाहिए.''
यूएनएससी के पांच स्थायी सदस्यों में अमेरिका, चीन, फ्रांस, ब्रिटेन और रूस शामिल हैं. प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘हमें खुले मन से विचार करना होगा कि आखिर क्या कारण है कि बीते वर्षों में अनेक क्षेत्रीय मंच अस्तित्व में आए हैं, और ये प्रभावी भी सिद्ध हो रहे हैं.''