G-20 बैठक : अंतरराष्‍ट्रीय स्‍तर पर कश्‍मीर को फिल्‍म निर्माण का हब बनाने की तैयारी, जितेंद्र सिंह बोले - जन्‍नत है ये इलाका 

केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी के रेड्डी  ने कहा, “हमें उम्मीद है कि कश्मीर की लोकप्रियता को देखते हुए अंतरराष्ट्रीय स्तर की फिल्‍मों से जुड़े लोग भी यहां आएंगे."

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जितेंद्र सिंह ने कहा कि कश्मीर में आपको दस किलोमीटर के दायरे में सब कुछ मिल जाएगा, (प्रतीकात्‍मक)

नई दिल्‍ली :

श्रीनगर की डल झील भारतीय सिनेमा में शम्‍मी कपूर से शाहरुख खान तक के रोमांस की गवाह रही है. बॉलीवुड की करीब 370 फ‍िल्‍में हमें कश्‍मीर घाटी का नजारा पिछले दो सालों में दिखा चुकी हैं. अब इसे और बढ़ावा देने के लिए इस साल जी-20 की टूरिज्म वर्किंग ग्रुप की मीटिंग श्रीनगर में हो रही है. इसमें कई देश हिस्‍सा ले रहे हैं. भारत चाहता है कि अंतरराष्‍ट्रीय स्‍तर के फिल्‍म निर्माता यहां आएं. 

केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी के रेड्डी  ने कहा, “हमें उम्मीद है कि कश्मीर की लोकप्रियता को देखते हुए अंतरराष्ट्रीय स्तर की फिल्‍मों से जुड़े लोग भी यहां आएंगे." उन्‍होंने बताया, "निजी निवेश के बिना हम विश्व पर्यटन स्थल नहीं बन सकते. इसलिए हम वैश्विक और घरेलू निवेश चाहते हैं. हम पूर्वोत्तर और पहाड़ी राज्यों सहित पीएम मोदी के नेतृत्व में 100 फीसदी एफडीआई को भी प्रोत्साहित कर रहे हैं."

केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने NDTV इंडिया को बताया, "कश्मीर में आपको दस किलोमीटर के दायरे में सब कुछ मिल जाएगा, यहां बर्फ से ढके पहाड़ भी हैं, नदियां भी हैं और झीलें भी हैं. ये कहना गलत नहीं होगा कि ये इलाका किसी भी प्रोड्यूसर  के लिए जन्नत है."

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'युवा हड़ताल नहीं रोजगार चाहता है'
जितेंद्र सिंह के मुताबिक, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस तरह का कार्यक्रम पहली बार घाटी में हो रहा है. उन्‍होंने कहा, "इससे ये पता चलता है कश्मीर बदल गया है. यहां का युवा अब हड़ताल नहीं रोजगार चाहता है."

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रामचरण भी बैठक में हुए शामिल 
उधर, साउथ फिल्म इंडस्ट्री की ब्लॉकबस्टर और ऑस्कर विनिंग फिल्म 'आरआरआर' के अभिनेता राम चरण श्रीनगर में होने वाली जी20 बैठक में शामिल हुए. वह प्रतिनिधियों के साथ मंच पर पहुंचे और अपनी फिल्म आरआरआर के गीत नाटू नाटू पर डांस किया. इस दौरान रामचरण ने कोरियाई राजदूत चांग जे बोक को 'नाटू नाटू' का स्‍टेप भी सिखाया. 

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कश्‍मीर की यादें की साझा 
कश्मीर के बारे में राम चरण ने अपनी यादें भी सबके साथ साझा की. उन्‍होंने कहा, "मैं 1986 से कश्मीर आ रहा हूं. मेरे पिता ने यहां गुलमर्ग और सोनमर्ग में बहुत शूटिंग की. फिर मैंने भी 2016 में यहां पर शूटिंग की थी. इस जगह में कुछ जादू है, जो हर किसी का ध्यान अपनी तरफ खींच लेता है.” 

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फिल्‍म पॉलिसी लाने की कोशिश 
वैसे इस मीटिंग के जरिए भारत G-20 देशों के साथ एक नई फिल्‍म पॉलिसी लाने की कोशिश कर रहा है. मीटिंग में कई देशों ने अपना अपना अनुभव शेयर किया. इस पर भी चर्चा हुई कि किस तरह न्यूज़ीलैंड में लार्ड ऑफ रिंग्स के बाद पर्यटन में 40 फीसदी की बढ़ोतरी हुई. यह भी साझा किया गया कि 6 फीसदी अंतरराष्‍ट्रीय पर्यटकों ने बताया कि फिल्‍म देखने के बाद वो वहां गए थे. एक अधिकारी का कहना था कि “क्रिश के बाद सिंगापुर में भारतीय पर्यटक बहुत जाने लगे, जहां पहले साठ लाख जाते थे, वहीं फिल्‍म के बाद सत्तर लाख लोग गए. " 

पर्यटकों की संख्‍या में इजाफा 
जम्मू कश्मीर प्रशासन के मुताबिक, पिछले साल लगभग एक करोड़ अस्सी लाख लोग आए थे. लेकिन इस साल देखकर लग रहा है कि ये संख्या उसके पार जाएगी. केंद्रीय मंत्री जी के रेड्डी का कहना था, "पिछले साल एक हफ्ते में 532 फ्लाइट घाटी में आती थी इस साल इनकी संख्या बढ़ गई है. विदेशी सैलानी भी घाटी में बड़ी संख्या में आ रहे हैं."

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