हवन, सर्व-धर्म प्रार्थना और फिर PM मोदी का संबोधन... ये है नए संसद भवन के उद्घाटन कार्यक्रम का शेड्यूल

सुबह 8:30 से 9 बजे के बीच लोकसभा के अंदर स्पीकर की आसंदी के पास सेन्गोल स्थापित किया जाएगा. वैदिक रीति रिवाज से होगा, जिसमें तमिलनाडु के मठ के 20 स्वामी शामिल होंगे. सुबह 09 बजे से 9:30 तक सर्व धर्म प्रार्थना सभा होगी.

Advertisement
Read Time: 15 mins

नई दिल्ली: आगामी 28 मई को देश में नई संसद बिल्डिंग का उद्घाटन होना है, जिसको लेकर तैयारियां जारी है. केंद्र सरकार के तमाम अला अधिकारी तैयारी को अंतिम रुप देने में जुटे हैं.  वहीं, उद्घाटन के दिन का पूरे कार्यक्रम की जानकारी सूत्रों के हवाले से सामने आई है. जानकारी के अनुसार सुबह 7:30 से 8:30 बजे तक हवन और पूजा होगी, जिसमें PM मोदी, स्पीकर ओम बिरला, राज्यसभा डिप्टी चेयरमैन हरिवंश सहित कई मंत्री मौजूद रहेंगे.

जानिए नई संसद भवन उद्घाटन के दिन का पूरा कार्यक्रम
सुबह 8:30 से 9 बजे के बीच लोकसभा के अंदर स्पीकर की आसंदी के पास सेन्गोल स्थापित किया जाएगा. वैदिक रीति रिवाज से होगा, जिसमें तमिलनाडु के मठ के 20 स्वामी शामिल होंगे. सुबह 09 बजे से 9:30 तक सर्व धर्म प्रार्थना सभा होगी. इसमें शंकराचार्य सहित कई बड़े विद्वान पंडित और साधु संत रहेंगे. सभी धर्मों के गुरू इसमें हिस्सा लेंगे.

पीएम मोदी का होगा संबोधन
दूसरा चरण दोपहर 12 बजे से राष्ट्रगान के साथ शुरू होगा. साथ ही दो लघु फ़िल्मों की स्क्रीनिंग भी होगी. डिप्टी चेयरमैन राज्यसभा हरिवंश  उपराष्ट्रपति और राष्ट्रपति का संदेश पढ़ेंगे. लोकसभा स्पीकर का भी संबोधन होगा. इस ऐतिहासिक अवसर पर सिक्का और डाक टिकट जारी होगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संबोधन होगा. दोपहर 2:30 बजे कार्यक्रम का समापन होगा.

Advertisement

बता दें कि नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह का बहिष्कार करने का 19 विपक्षी दलों ने ऐलान किया है. लेकिन कई दलों ने विपक्ष के बहिष्कार कार्यक्रम पर विरोध जताया है. आंध्र प्रदेश की सत्तारूढ़ पार्टी वाईएसआरसीपी के प्रमुख और राज्य के मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी ने बुधवार को पुष्टि की है कि उनकी पार्टी 28 मई को नए संसद भवन के उद्घाटन में शामिल होगी, तो वहीं, बहुजन समाज पार्टी (BSP) की अध्‍यक्ष और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कहा कि विपक्षी दलों की ओर से नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह का बहिष्कार करना अनुचित है.

Advertisement

ये भी पढ़ें:- 

"सरकार ने बनाया है तो..." : मायावती ने विपक्ष के संसद भवन के उद्घाटन समारोह बायकॉट को बताया "अनुचित"

"कांग्रेस बड़ा दिल रखेगी, तो बेहतर..." : नए संसद भवन के उद्घाटन के बहिष्‍कार पर रविशंकर प्रसाद