कलिंगा साहित्य उत्सव (KLF) ने चौथे सालाना KLF बुक अवार्ड्स (KLF Book Awards) के लिए शॉर्टलिस्ट किताबों के नामों का ऐलान कर दिया है. इस साल की अंतिम शॉर्टलिस्ट में विभिन्न श्रेणियों के विजेताओं के नाम और उनकी किताबों के नाम शामिल हैं. ये सभी किताबें कथा-साहित्य, गैर-कथा, कविता, बाल साहित्य, व्यापार, अनुवाद और प्रथम प्रकाशित कृतियों जैसी विभिन्न विधाओं में एक्सीलेंट साहित्यिक उपलब्धियों को दिखाती हैं. KLF भारत के उन प्रमुख साहित्यिक उत्सवों में से एक है, जिसका मकसद साहित्यिक एक्सीलेंट्स को सम्मानित करना है. केएलएफ हर साल ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में आयोजित होता है.
विजेताओं को मिलेगा 1-1 लाख का इनाम
ये पुरस्कार हिंदी की 6 और अंग्रेजी की 7 कैटेगरी में दिए जाएंगे. हर किताब कैटेगरी के विजेता को 1 लाख की इनामी राशि दी जाएगी. यह पुरस्कार समारोह 15 फरवरी 2025 को इंडिया इंटरनेशनल सेंटर (IIC), नई दिल्ली में आयोजित किया जाएगा.
ये शॉर्टलिस्ट KLF की उस प्रतिबद्धता को दिखाता है, जो साहित्य के जरिए विचारों के खुले आदान-प्रदान, विविधता और समावेशिता को बढ़ावा देता है. KLF उन प्रभावशाली क्रिएशन्स को सम्मानित करता है जो न केवल साहित्यिक उत्कृष्टता को दिखाती हैं बल्कि सामाजिक जागरूकता, आलोचनात्मक चिंतन और संवाद को भी प्रोत्साहित करती हैं. ये कृतियां हमें नए प्रेरित करने वाली हैं और विभिन्न संस्कृतियों और विचारों को जोड़कर एकता का संदेश देती हैं. साथ ही ये हमें ज्वलंत मुद्दों पर चिंतन करने के लिए प्रेरित भी करती हैं.
इस साल की हिंदी शॉर्टलिस्ट किताबें
- लेखक अनंत विजय की 'ओवर द टॉप: ओटीटी का मायाजाल'
- विमल चंद्र पांडेय की 'दशाश्वमेध'
- गरिमा श्रीवास्तव की 'हिंदी नवजागरण: इतिहास, गल्प और स्त्री-प्रश्न'
- नीलेश मिश्रा की 'गांव से बीस पोस्टकार्ड'
- कबीर संजय की 'गोड़ावण: मोर अंगना की सोन चिरैया'
- यतीश कुमार की 'बोर्सी भर आंच | अतीत का सैरबीन'
- मनीषा कुलश्रेष्ठ की 'वन्या'
- प्रभात रंजन की 'किस्साग्राम'
- भगवंदास मोरवाल की 'कंस'
- सर्वेश तिवारी ‘श्रीमुख' की 'पूर्णाहुति'
- देवी प्रसाद मिश्रा की 'कोई है जो'
इस साल की अंग्रेजी शॉर्टलिस्ट किताबें
- विकास स्वरूप की 'द गर्ल विद द सेवन लाइव्स'
- उपमन्यु चटर्जी की "लोरेंजो सर्चेस फॉर द मीनिंग ऑफ लाइफ"
- डॉ. विक्रम संपत की "टीपू सुल्तान: द सागा ऑफ मैसूर'स इंटररेग्नम (1760-1799)
- मनु एस. पिल्लई की "गॉड्स, गन्स एंड मिशनरीज: द मेकिंग ऑफ द मॉडर्न हिंदू आइडेंटिटी"
- सोमनाथ बतब्याल की 'रेड रिवर'
- तानिया जेम्स की 'लूट'
- दिलीप सिन्हा की 'इम्पीरियल गेम्स इन तिब्बत'
- त्रिदीप सुहरुद की 'द डायरी ऑफ मनु गांधी (1946-1948)'
- स्मारक स्वैन की 'डिजिटल फॉर्च्यून्स: ए वैल्यू इन्वेस्टर'स गाइड टू द न्यू इकोनॉमी'
- रवि चौधरी की "कैपिटलिज्म टू पीपलिज्म"
ये शॉर्टलिस्ट KLF बुक अवार्ड्स के उस उद्देश्य को दिखाते हैं, जो समृद्ध कथाओं के विविध ताने-बाने को सम्मानित करने के लिए समर्पित है. KLF बुक अवार्ड्स केवल सम्मान नहीं, बल्कि साहित्य की स्थायी शक्ति का उत्सव है, जो जोड़ता, प्रेरित करता और ट्रांसफॉर्म्ड करता है.
"किताबें शॉर्टलिस्ट करना बहुत ही मुश्किल रहा"
कलिंगा साहित्य उत्सव (KLF) के संस्थापक और निदेशक, श्री रश्मि रंजन परिदा ने कहा, "इस साल विस्तृत सूची से अंतिम चयन सूची तक की यात्रा बहुत ही चुनौतीपूर्ण रही, क्यों कि नामांकनों की गुणवत्ता और गहराई असाधारण थी. हमारे प्रतिष्ठित निर्णायक मंडल की प्रतिबद्धता और विशेषज्ञता ने 2,000 से ज्यादा नॉमिनेशनों में से सबसे अच्छे काम को चुना. पुस्तकों का चयन मौलिकता, साहित्यिक गुणवत्ता, सामाजिक प्रासंगिकता के आधार पर किया गया. यह अंतिम चयन सूची उन परिवर्तनकारी साहित्यिक कृतियों का प्रतीक है जो अपनी विचारोत्तेजक विषय-वस्तु, नवीन लेखन शैली और समकालीन मुद्दों से जुड़ाव के कारण भविष्य की बौद्धिक और सांस्कृतिक चर्चा को आकार देने में सक्षम हैं.
KLF सांस्कृतिक विरासत को समृद्ध करने वाली आवाजों का उत्सव
कलिंगा साहित्य उत्सव (KLF) के सीईओ, अशोक कुमार बल ने अपने विचार शेयर करते हुए कहा, "KLF बुक अवार्ड्स केवल साहित्यिक प्रतिभा का सम्मान नहीं हैं, बल्कि उन विविध आवाज़ों का उत्सव भी हैं जो हमारी सांस्कृतिक विरासत को समृद्ध करती हैं. हम विभिन्न भाषाओं, क्षेत्रों, वर्गों और लिंगों के लेखकों को प्रोत्साहित करते हैं, ताकि साहित्य में सभी की भागीदारी सुनिश्चित हो सके. ये कृतियां अपनी विषय-वस्तु और दृष्टिकोण के माध्यम से हमारी सांस्कृतिक विरासत को नए आयाम प्रदान करती इस अंतिम चयन सूची का निर्माण एक आसान कार्य नहीं था. मैं हमारे प्रतिष्ठित निर्णायकों के प्रयासों की सराहना करता हूं. ये कृतियां भाषाओं और संस्कृतियों के बीच की खाई को पाटने का काम करती हैं, क्योंकि ये हमें विभिन्न संस्कृतियों के अनुभवों, विचारों और मूल्यों से परिचित कराती हैं और एक-दूसरे को बेहतर ढंग से समझने में मदद करती हैं."