उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के अपने पद से इस्तीफा देने के एक दिन बाद, इस पहाड़ी राज्य में चार और विधायकों ने उनके लिए अपनी सीट देने की पेशकश की है. इससे पहले भी दो विधायक यह पेशकश कर चुके हैं. उत्तराखंड में भाजपा की प्रचंड जीत के बावजूद धामी खुद अपने निर्वाचन क्षेत्र खटीमा से विधानसभा चुनाव हार गए हैं. उन्हें कांग्रेस के उम्मीदवार भुवन चंद्र कापड़ी ने 6,579 मतों के अंतर से हराया है. धामी को 44.8 फीसदी वोट शेयर के साथ कुल 41,598 वोट मिले, जबकि कापड़ी को 51.89 फीसदी वोट शेयर के साथ 48,177 वोट मिले.
चुनाव परिणामों के बाद चंपावत के विधायक कैलाश गहटोदी और कपकोट के विधायक सुरेश गाड़िया के अलावा चार अन्य विधायकों ने मुख्यमंत्री को अपना समर्थन दिया और उनके लिए अपनी सीट छोड़ने की पेशकश की.
भाजपा के राज्य मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान ने एएनआई को बताया कि, "चंपावत के विधायक कैलाश गहटोड़ी और कपकोट विधायक सुरेश गड़िया के बाद अब चार और भाजपा विधायकों ने कार्यवाहक मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के लिए अपनी सीट छोड़ने की पेशकश की है. आधा दर्जन विधायक सीएम के लिए अपनी सीट छोड़ने के लिए तैयार हैं."
भाजपा को उत्तराखंड में लगातार दूसरी बार सरकार बनाने के लिए जनादेश मिला है. 70 सदस्यीय विधानसभा में 47 सीटों पर भाजपा ने जीत हासिल की है.