महाराष्ट्र में मुकेश अंबानी केस के बाद सियासी भूचाल नए स्तर पर पहुंच गया है. मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह (Mumbai Ex police Commissioner Param Bir Singh) ने महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) पर भ्रष्टाचार का गंभीर आरोप लगाया है. पूर्व कमिश्नर ने एक पत्र मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को लिखा है. इसमें राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता और गृह मंत्री अनिल देशमुख पर गलत गतिविधियों में लिप्त होने का आरोप लगाया है. महाराष्ट्र सरकार ने परमबीर सिंह पर अक्षम्य अपराध करने का आरोप लगाते हुए हटा दिया था. उन्हें होमगार्ड विभाग भेज दिया गया था.
वहीं गृह मंत्री अनिल देशमुख ने ट्वीट कर कहा है कि मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani Case) बम धमकी की जांच की आंच परमबीर सिंह तक पहुंचने की आशंका को देखते हुए वो खुद को बचाने के लिए ऐसे आरोप लगा रहे हैं. पूर्व मुम्बई पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह ने गृह मंत्री अनिल देशमुख के बयान पर नाराजगी प्रकट करते हुए गृह मंत्री पर सचिन वाजे को सीधे बुलाकर बार और होटल मालिकों से हफ्ता वसूलने के लिए दबाव बनाने का आरोप लगाया है. परमबीर सिंह ने मुख्यमंत्री उद्ध्व ठाकरे (Uddhav Thackrey) को पत्र लिख कर गृहमंत्री पर उनके काम मे दखल देने और जूनियर अफसरों को सीधे अपने पास बुलाकर आदेश देते थे.
परम बीर सिंह (Param Bir Singh) ने पत्र के शीर्षक में लिखा है, "महाराष्ट्र के सम्मानित गृह मंत्री का सच्चाई से परे बयान,", सिंह ने लिखा कि अनिल देशमुख ने सचिन वाजे (Sachin Vaze) समेत अपने कई पुलिस अफसर नियुक्त किए थे. वाजे जिसे अंबानी केस में वसूली का रैकेट चलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त ने कहा, गृह मंत्री ने अपने कई पुलिस अफसरों से रेस्तरां, पब, बार और हुक्का पार्लर से पैसा इकट्ठा करने को कहा था. उन्हें हर माह 100 करोड़ रुपये वसूली का लक्ष्य दिया गया था.
पूर्व पुलिस कमिश्नर ने ये भी आरोप लगाया कि गृह मंत्री देशमुख ने कई मौकों पर अपने पुलिस अफसरों को यह भी निर्देश दिया था कि किस मामले से कैसे निपटना है और कैसे आरोप दाखिल करने हैं, इसके लिए जूनियर अधिकारियों के संदेशों की कॉपी पेश कर रहा हूं.पूर्व पुलिस आयुक्त ने कहा, यह स्पष्ट है कि गलत काम करने वालों को बचाते हुए मुझे बलि का बकरा बनाया गया है.
परमबीर सिंह ने लिखा, इन परिस्थितियों में, गृह मंत्री का यह कहना कि मेरा तबादला प्रशासनिक या रूटीन वजहों से नहीं था, मैंने गंभीर गलतियां की हैं और जांच में गंभीर खामियों के कारण यह अक्षम्य है, यह सब रिकॉर्ड के उलट है और बाहरी और प्रतिशोध की वजह से है.
ऐसे विस्फोटक आरोपों के बाद विपक्ष के नेताओं ने देशमुख के इस्तीफे की मांग कर दी है, जो अब तक इन दावों से इनकार करते रहे हैं. पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि हम गृह मंत्री अनिल देशमुख के इस्तीफे की मांग करते हैं. अगर वह ऐसा नहीं करते हैं, तो मुख्यमंत्री को उन्हें हटा देना चाहिए. इस मामले में निष्पक्ष जांच होना जरूरी है. पत्र में लिखा है कि मुख्यमंत्री को इस बारे में पहले सूचित किया गया था इसलिए उन्होंने इस पर कार्रवाई क्यों नहीं की?
वीडियो: मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर का लेटर बम, महाराष्ट्र के गृह मंत्री पर लगाए गंभीर आरोप