बिहार की सियासत में उथल-पुथल का जो दौर चला, उसके बाद आरजेडी नेताओं के यहां छापेमारी की खबरें आने लगी. इस मसले पर बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और बीजेपी के सांसद सुशील कुमार मोदी की प्रतिक्रिया आई हैं. उन्होंने कहा कि मुझे टेलीविजन से ही जानकारी मिली है यह तो सीबीआई और ईडी ही बता सकती है क्या मामला है. लेकिन जिन लोगों के यहां छापामारी हुई है यह वह लोग हैं जो लालू जी का बिजनेस और व्यापार है, उनका धन का प्रबंधन करते हैं और अलग-अलग मामलों में यह लोग अभियुक्त भी हैं.
जैसे अब्दुल दोजाना यह जो आईआरसीटी घोटाला है उसमें तेजस्वी यादव का पटना में 1000 करोड़ से ज्यादा का मॉल बन रहा था उस मॉल का ही बिल्डर है, इनकी जो कंपनी है. मेरिडियन कंस्ट्रक्शन के मालिक है बाद में यह एमएलए भी बने इसलिए आप जितने नाम देखेंगे यह जो करीम साहब हैं हमारे बड़े अच्छे मित्र हैं और कमेटी में भी हैं. साल 2013 में इनके यहां छापेमारी हुई थी ढाई सौ रुपए नगद उनके घर से मिला था. शायद उनको जेल भी जाना पड़ा था और जो आरजेडी के जो राज्य सभा के मेंबर का लिस्ट देखेंगे इसमें दो लोग हैं जो जेल जा चुके हैं.
इसी के साथ उन्होंने कहा कि चार लोग के खिलाफ विभिन्न मामलों मे चार्जशीट हैं यह तो ऐसी पार्टी है जो भ्रष्टाचार में आकंठ डूबी हुई है. जिसके सुप्रीमो पांच मामलों में सजायाफ्ता है खुद तेजस्वी भी चार्जशीटेड श्रीमती राबड़ी देवी कई मामलों में यह भी चार्जशीटेड है. मीसा भारती है वह भी चार्जशीटेड है और यह सारे दस्तावेज देने वाले कौन लोग हैं. बीजेपी के नेताओं की थोड़ी क्षमता थी यह दस्तावेज हम इकट्ठा करते हैं यह तो जनता दल यू के नेता थे. जिन्होंने आईआरसीटी घोटाला हो, लैंड स्कैम हो 11 दस्तावेज इकट्ठा करके सीबीआई और ईडी को दिए.
इसी के साथ इन लोगों ने मांग की थी कि कार्रवाई पर और उसी आधार पर कार्रवाई हो रही है और घर के दोषी है तो जनता दल यू के लोग हैं. जो आज उनके बगल में बैठे हैं 2017 में तो यही कह रहे थे तेजस्वी यादव जवाब नहीं दे पाए भ्रष्टाचार के मामले में इसलिए गठबंधन तोड़ रहे हैं. 5 साल बाद फिर आपने दोस्ती क्यों कर लिया क्या उन्होंने जवाब दे दिया आप उनको बगल में अपने बैठा है जिनका पूरा परिवार प्रचार में डूबा हुआ है.
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इसमें कहां डरने की बात है हमने कहा कहा कि बहुमत नही है. आपका 164 से ज्यादा का बहुमत है आप अपना बहुमत सिद्धि नहीं करेंगे बल्कि दो तिहाई बहुमत से विश्वास मत हासिल करेंगे. जब लालू जी के यहां रेड हुआ जो जेल गए तो किसकी सरकार थी. हमारी सरकार नहीं थी मनमोहन सिंह इनसे बचा नहीं पाए यह खुद रेल मंत्री थे. मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री क्यों नहीं बचा कर निर्दोष से तो बचा नहीं पाए देखिए. जब सरकार से जुड़े पुख्ता सबूत होते हैं सरकार आ जाए किसी को बचा नहीं सकती.