"सबसे पहले मैंने बताया, वहां मंदिर" : ASI के पूर्व निदेशक केके मोहम्मद ने कहा - अयोध्या में खुदाई के वक्त दिखायी थी हिम्मत

अयोध्या में हो रहे प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में जाने को लेकर पूछे गए सवाल पर केके मोहम्मद ने कहा कि मुझे निमंत्रण मिला है लेकिन में वहां स्वास्थ्य कारणों से नहीं जा पाऊंगा.

विज्ञापन
Read Time: 10 mins
नई दिल्ली:

अयोध्या में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा (Pran Pratishtha Ceremony) की तैयारियां जोरों पर हैं. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद अयोध्या में मंदिर का निर्माण किया गया. 22 जनवरी को मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम है. विवादित ढांचे को गिराए जाने के बाद अदालत में लंबे समय तक चले मुकदमें के दौरान अदालत ने उस जगह पर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण को खुदाई कर के पता लगाने का आदेश दिया था. सुप्रीम कोर्ट ने भी ASI के सबूतों को बेहद अहम माना था. एनडीटीवी से बात करते हुए एएसआई के पूर्व निदेशक केके मोहम्मद ने गुरुवार को कहा कि सबसे पहले हमने ही बताया था कि वहां पर मंदिर है. 

केके मोहम्मद ने कहा कि हम लोगों की तीन लोगों की टीम थी लेकिन मेरी भूमिका उसमें यह थी की मैं पहला व्यक्ति था जिसने खुलकर इस बात को कहा कि वहां मंदिर के सबूत हैं. उस समय यह बात कहना बेहद अहम था. मैंने बाद में भी अखबारों में लेख लिखकर इस बात को कहा था कि हमलोगों को वहां पर कई चीजें मिली है जो बताते हैं वहां मंदिर था. उन्होंने कहा कि मुझे यह कर के बहुत अच्छा लगा. 

केके मोहम्मद ने कहा कि उन्हें इस बात की संतुष्टि है कि उनके कार्यों से भारत में एक बड़ी समस्या का समाधान हो गया.

अयोध्या में हो रहे प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में जाने को लेकर पूछे गए सवाल पर केके मोहम्मद ने कहा कि मुझे निमंत्रण मिला है लेकिन में वहां स्वास्थ्य कारणों से नहीं जा पाऊंगा. वहां की जो जलवायु है वो मेरे लिए अभी ठीक नहीं है. इसलिए मैं वहां अभी नहीं जाऊंगा बाद में जाऊंगा ये बात मैंने उन्हें बता भी दिया है. 

Advertisement

ये भी पढ़ें-:

Featured Video Of The Day
Budget 2025: Semiconductor हब बनाने के लिए Electronics उद्योग की क्या है मांग? | NDTV Xplainer
Topics mentioned in this article