असम में बाढ़ की स्थिति अब भी गंभीर, 4.43 लाख से अधिक लोग प्रभावित

असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) ने बताया कि राज्य आपदा मोचन बल सुबह से ही श्रीभूमि जिले में लोगों को निकालने का अभियान संचालित कर रहा है. बुलेटिन में कहा गया है कि दो जिलों में 3,348 लोग ‘शहरी बाढ़’ से प्रभावित हैं.

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बाढ़ से 16,558.59 हेक्टेयर कृषि भूमि अभी भी जलमग्न है.
गुवाहाटी:

असम में बाढ़ की स्थिति शुक्रवार को भी गंभीर बनी रही और 16 जिलों के 4.43 लाख से अधिक लोग अब भी बाढ़ से पीड़ित हैं, जबकि ब्रह्मपुत्र सहित प्रमुख नदियों का जलस्तर घट रहा है. दिन में बाढ़ के कारण किसी के मरने की खबर नहीं है, हालांकि कामरूप (मेट्रो) में एक व्यक्ति के लापता होने की खबर है. भारी वर्षा के कारण आई बाढ़ और भूस्खलन से अब तक राज्य में 21 लोगों की मौत हो चुकी है.

बाढ़ से 16 जिलों के 54 राजस्व सर्किलों के अंतर्गत 1,296 गांव प्रभावित हुए हैं और 16,558.59 हेक्टेयर कृषि भूमि अभी भी जलमग्न है, जबकि 2,96,765 पशु वर्तमान बाढ़ की मार झेल रहे हैं. कम से कम 40,313 विस्थापित 328 राहत शिविरों में रह रहे हैं, जबकि 1,19,001 लोगों को प्रभावित जिलों में स्थापित वितरण केंद्रों पर राहत प्रदान की गई है. मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा स्थिति का जायजा लेने के लिए इस सप्ताह दूसरी बार बराक घाटी का दौरा करेंगे। राज्य के इस दक्षिणी हिस्से के तीन जिले बाढ़ से सबसे अधिक प्रभावित हैं,

एक अधिकारी ने बताया कि बाढ़ से वन्य जीव भी प्रभावित हुए हैं और मोरीगांव जिले में पोबितोरा वन्यजीव अभयारण्य का लगभग 70 प्रतिशत हिस्सा जलमग्न हो गया है.  बाढ़ के कारण गैंडों और अन्य वन्यजीवों को आश्रय के लिए ऊंचे स्थानों पर जाना पड़ा है. उन्होंने कहा कि वन विभाग ने वन्य जीवों की सुरक्षा के लिए कई कदम उठाए हैं जिसमें भोजन उपलब्ध कराना और यह सुनिश्चित करना शामिल है कि शिकारी स्थिति का फायदा न उठा सकें. उन्होंने कहा कि अभयारण्य में गश्त बढ़ा दी गई है, विशेषकर रात में.

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