असम के पश्चिमी और दक्षिणी हिस्सों में भारी बारिश के बाद हाहाकार मचा हुआ है. बाढ़ की तबाही, जिसे देखकर कांप जाएंगे आप. अनेकों घर पानी में समा गए है और किसानों के खेत हमेशा के लिए बर्बाद हो गए हैं. हालात यह है कि सब कुछ डूब गया है. ना खाने का ठिकाना है. ना पीने के लिये पानी है. अब राहत बचाव टीम लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचा रही है.
पूर्वोत्तर भारत के बड़े हिस्से में लगातार भारी बारिश से क्षेत्र में भारी तबाही मची है. पिछले 24 घंटों में पूरे क्षेत्र में कम से कम 17 लोगों की जान चली गई है. असम में भूस्खलन के कारण कम से कम पांच लोगों की जान चली गई है. गुवाहाटी के बड़े हिस्से में पानी भर गया है और मेघालय और अरुणाचल प्रदेश में भारी बारिश के कारण असम की चिंताएं बढ़ गई हैं.
लखीमपुर जिले के बड़े हिस्से में पानी भर गया है, क्योंकि अरुणाचल प्रदेश की सीमा से लगे इलाकों में भारी बारिश के बाद पानी निचले क्षेत्रों में पहुंच गया है. प्रभावित इलाकों में फंसे लोगों को बचाने के लिए कई एजेंसियों को तैनात किया गया है और कई लोग तंबुओं में शरण लिए हुए हैं.
क्षेत्रीय मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार शुक्रवार को चिरांग, बक्सा, बारपेटा, बोंगाईगांव, बजाली, तामुलपुर, दरांग और उदलगुड़ी जिलों के लिए शनिवार को ‘रेड अलर्ट' जारी किया गया है.
CM हिमंत विश्व शर्मा ने शुक्रवार को कहा कि पूर्वोत्तर के कई हिस्सों में घने बादल छाए रहने से लगातार हो रही बारिश के कारण शुक्रवार को 18 जिलों के लिए 'रेड अलर्ट' जारी किया गया जिससे राज्य को ‘‘असामान्य स्थिति'' का सामना करना पड़ रहा है.
CM ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश और मेघालय में भी भारी बारिश दर्ज की गई है जिससे खासकर गुवाहाटी में गंभीर जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है.
कामरूप और कामरूप महानगर जिलों में शनिवार को उन सरकारी कर्मचारियों के लिए विशेष आकस्मिक अवकाश की घोषणा की गई है जिन्हें कार्यालय पहुंचने के लिए दूरी तय करनी होती है. इन दोनों जिलों में शनिवार को शैक्षणिक संस्थानों को भी बंद कर दिया गया है.
अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार को तेज बारिश और हवाओं के कारण गुवाहाटी हवाई अड्डे पर विमान सेवाएं प्रभावित हुईं.