काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में अभी तक 31 पशुओं की डूबने के कारण मौत हो चुकी है और 82 अन्य को बाढ़ के पानी से बचाया गया है. अधिकारी ने बताया कि उद्यान में 23 हॉग हिरण की मौत डूबने से हुई जबकि 15 की मौत इलाज के दौरान हुई.
वन अधिकारियों ने 73 हॉग हिरण, दो-दो ऊदबिलाव व साम्भर और एक स्कोप उल्लू सहित अन्य जानवरों को बचा लिया है. अधिकारी ने बताया कि अभी 20 जानवरों का उपचार हो रहा है जबकि 31 अन्य पशुओं को इलाज के बाद छोड़ दिया गया है.
काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में बुधवार तक डूबने के कारण 11 पशुओं की मौत हो गयी थी जबकि 65 अन्य को बाढ़ प्रभावित क्षेत्र से बचाया गया था. इस बीच, एक रॉयल बंगाल टाइगर बाढ़ग्रस्त पार्क से भटककर नागांव जिले के एक गांव में पहुंच गया और वन अधिकारी उसे बेहोश करने की कोशिश कर रहे हैं.
किसी भी अप्रिय घटना को रोकने तथा गांव में दहशत के माहौल को देखते हुए लोगों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है. अधिकारी ने बताया कि पूर्वी असम वन्यजीव प्रभाग में कुल 233 शिविर में से 141 अब भी जलमग्न हैं.
ये भी पढ़ें:-
हिंडनबर्ग का चाइनीज़ कनेक्शन तो था ही, भारतीय मददगारों की भी जांच होनी चाहिए : महेश जेठमलानी