- दिल्ली सहित कई प्रमुख हवाई अड्डों पर चेक-इन सिस्टम में आई गड़बड़ी के कारण विमानों की उड़ानों में देरी हुई.
- हालांकि कुछ देर बाद यह गड़बड़ी ठीक कर ली गई. एयर इंडिया ने इसकी जानकारी दी.
- रात 10 बजे के बाद एयर इंडिया ने पुष्टि की कि थर्ड-पार्टी सिस्टम पूरी तरह से बहाल हो गया.
Airlines Delayed: दिल्ली सहित कई एयरपोर्ट पर चेक-इन सिस्टम में आई गड़बड़ी के कारण विमानों के उड़ान में देरी हुई. हालांकि यह गड़बड़ी कुछ देर बाद ही ठीक कर ली गई. लेकिन इस बीच कई टेक ऑफ होने वाली कई फ्लाइट्स में देरी हुई. मंगलवार रात 9 बज कर 49 मिनट पर एयर इंडिया ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर दी गई जानकारी में बताया, "कई हवाई अड्डों पर चेक-इन सिस्टम में किसी तृतीय-पक्ष प्रणाली की गड़बड़ी के कारण एयर इंडिया सहित कई एयरलाइनों की उड़ानों में देरी हो रही है."
एयर इंडिया ने देरी की कही थी बात
एयर इंडिया ने आगे बताया कि हमारी हवाई अड्डा टीमें सभी यात्रियों के लिए एक सुचारू चेक-इन अनुभव सुनिश्चित करने के लिए पूरी लगन से काम कर रही हैं. हालांकि यह प्रणाली धीरे-धीरे बहाल हो रही है, फिर भी स्थिति पूरी तरह सामान्य होने तक हमारी कुछ उड़ानों में देरी जारी रह सकती है.
रात 10.41 बजे एयर इंडिया ने बताया- अब सब ठीक
हालांकि रात 10.41 बजे एयर इंडिया ने सोशल मीडिया पोस्ट पर करते हुए बताया कि थर्ड-पार्टी सिस्टम पूरी तरह से बहाल हो गया है और सभी हवाई अड्डों पर चेक-इन सामान्य रूप से चल रहा है. हमारी सभी उड़ानें निर्धारित समय पर चल रही हैं. हम अपने यात्रियों को उनकी समझदारी के लिए धन्यवाद देते हैं.
पिछले महीने भी आई थी दिक्कत
मालूम हो कि इससे पहले भी नई दिल्ली एयरपोर्ट पर जीपीएस स्पूफिंग की घटनाएं सामने आई है. जिससे कई विमानों का परिचालन प्रभावित हुआ था. सोमवार को संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन नागरिक उड्डयन मंत्री के. राममोहन नायडू ने पुष्टि की कि हाल ही में नई दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (IGI) की ओर आने वाली कई उड़ानों में GPS स्पूफिंग की घटनाएं सामने आईं, लेकिन इससे किसी भी उड़ान संचालन में कोई बाधा नहीं आई.
6 नवंबर को 800 फ्लाइट की उड़ान में आई थी देरी
राज्यसभा में एक लिखित उत्तर में, मंत्री ने कहा कि कोई भी उड़ान बाधित नहीं हुई क्योंकि पारंपरिक नेविगेशन सिस्टम से लैस अन्य रनवे सामान्य रूप से काम करते रहे. रिपोर्टों के अनुसार, 6 नवंबर को दिल्ली हवाई अड्डे पर लगभग 800 उड़ानें विलंबित हुईं थी.
ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (GPS) या ग्लोबल नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम (GNSS) स्पूफिंग, झूठे सिग्नल देकर उपयोगकर्ता के नेविगेशन सिस्टम में हेरफेर करने के प्रयासों को संदर्भित करता है.
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