कांग्रेस के पांच विधायकों ने पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं मंत्री के. एच. मुनियप्पा के दामाद चिक्का पेद्दन्ना को आगामी लोकसभा चुनाव में कोलार से लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए टिकट दिए जाने के मुद्दे पर इस्तीफा देने की धमकी दी, जिससे पार्टी में मतभेद खुलकर सामने आ गये. पार्टी ने अभी तक इस क्षेत्र में अपने उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है.
कोलार जिले के तीन विधायकों कोलार से कोथुर जी मंजूनाथ, मालूर से के. वाई. नांजेगौड़ा (मालूर) और चिंतामणि क्षेत्र से एम. सी. सुधाकर और दो विधानपरिषद सदस्यों (एमएलसी) अनिल कुमार और नसीर अहमद (मुख्यमंत्री सिद्धामैया के राजनीतिक सचिव) का कहना है कि अनुसूचित जाति के दक्षिणपंथी धड़े के उम्मीदवार को टिकट दिया जाना चाहिए. सुधाकर सिद्धरमैया मंत्रिमंडल में उच्च शिक्षा मंत्री हैं.
जिले के कांग्रेस के एक अन्य विधायक एस. एन. नारायणस्वामी (बंगारापेट) ने भी कहा कि अनुसूचित जाति के दक्षिणपंथी धड़े के उम्मीदवार को टिकट को दिया जाना चाहिए, और पार्टी के कोलार सीट पर उम्मीदवार के बारे में फैसला करने के बाद वह अपने अगले कदम के संबंध में फैसला करेंगे.
दोनों एमएलसी ने परिषद के सभापति बसवराज होरत्ती से मुलाकात की और इसके बाद पत्रकारों को अपना त्याग पत्र दिखाया. विधायकों ने हालांकि बाद में कहा कि उन्होंने सिद्धरमैया और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डी के शिवकुमार के निर्देशों के बाद अभी इस संबंध में इंतजार करने का फैसला किया है.