दिल्ली में मंकीपॉक्स (Monkeypox) के पहले मरीज का पता चला है. यह जानकारी सरकारी सूत्रों के हवाले से सामने आई है. दिल्ली का 31 वर्षीय युवक मंकीपॉक्स की चपेट में आया है, जिसे मौलाना आजाद अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इस मरीज का विदेश यात्रा का कोई इतिहास नहीं है. हालांकि, उसने कुछ दिन पहले मनाली में एक पार्टी अटेंड किया था. पूरे देश में अभी तक मंकीपॉक्स के चार मामले सामने आ चुके हैं, इनमें से तीन केरल के रहने वाले हैं. मंकीपॉक्स के लिए 16 लैब को समर्पित किया गया है, जिनमें से दो लैब को केरल के लिए ही हैं. इसको लेकर प्रशासन काफी सतर्क है.
सूत्रों ने एनडीटीवी को बताया कि मई महीने में हर सप्ताह 2-3 संदिग्ध सैंपल आ रहे थे, लेकिन अब ये बढ़कर हर रोज 2-3 हो गए. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि पीड़ित धीरे-धीरे अब ठीक हो रहा है और पैनिक होने की जरूरत नहीं है. DGHS के अधिकारी इस मामले पर आज उच्च स्तरीय बैठक करने वाले हैं.
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बता दें, केरल में मंकीपॉक्स का तीसरा मामला शुक्रवार को सामने आया है. जुलाई की शुरुआत में संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से लौटे एक 35 वर्षीय युवक में मंकीपॉक्स के संक्रमण की पुष्टि हुई है. केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने बताया कि मलप्पुरम का रहने वाला युवक छह जुलाई को अपने गृह राज्य लौटा था और उसे 13 जुलाई से बुखार है. युवक का इलाज तिरुवनंतपुरम के मंजेरी मेडिकल कॉलेज में चल रहा है.
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इससे पहले, भारत में मंकीपॉक्स का दूसरा मामला केरल के कन्नूर जिले में दर्ज किया गया था. 13 जुलाई को दुबई से कन्नूर लौटे शख्स में संक्रमण की पुष्टि हुई थी. उसका इलाज तिरुवनंतपुरम के परियारम मेडिकल कॉलेज में चल रहा है. वहीं, भारत में मंकीपॉक्स का पहला मरीज भी केरल में ही मिला था. 12 जुलाई को यूएई से कोल्लम पहुंचे व्यक्ति में संक्रमण के लक्षण दिखे थे. वह तिरुवनंतपुरम स्थित राजकीय चिकित्सा कॉलेज अस्पताल में उपचाराधीन है.
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